पकड़े गये सभी अभियुक्त स्नातक स्तर के छात्र,क्यूआर कोड जनरेट करने और आधार कार्ड बनाने का पहले करते थे काम- काफी मात्रा में आधारकार्ड, पैन कार्ड व फिंगर प्रिंट अंगूठे बरामद
कानपुर। आपकी गाढ़ी कमाई को बेहद शातिर ढंग से उड़ाने वाले बड़े साइबर अपराधियों को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया है। अब तक हुई पूछताछ में पकड़े गये, तीन अभियुक्तों ने लाखों रुपये दूसरों के खाते से निकालने की बात स्वीकार की है। क्राइम ब्रांच को इनके पास से काफी संख्या में फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य कागजात बरामद किये हैं।पुलिस ने फतेहपुर के रहने वाले 23 साल के शिवम पुत्र दिनेश, सजेती के रहने वाले 21 साल के सौरभ पुत्र सुनील, फतेहपुर के जाफरगंज के रहने वाले 21 साल के अभय पाण्डेय को हिरासत में लिया है। तीनों अभियुक्त स्नातक स्तर के छात्र हैं। शिवम पहले आधार बनाने की एजेंसी में काम करता था। इसे फर्जीवाड़े के आरोप में एसटीएफ पहले भी जेल भेज चुकी है। जबकि सौरभ घाटमपुर तहसील में काम करता था और वहीं से फ्राड करना सीखा था। गोविन्दनगर पुलिस और क्राइमब्रांच मामले में अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है। अभियुक्तों ने वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्री का डेटा चुरा लिया। इस डेटा के आधार पर फर्जी कागजों पर मोबाइल नंबर हासिल करने के बाद आधार नंबर और यहां तक की क्यूआर कोड को भी चेंज करके नया आधार कार्ड,पैन कार्ड आदि कागजात तैयार कर लेते थे। इसके बाद इन्हीं कागजातों के आधार पर खुद को बैंक की वेबसाइट पर जाकर बैंक करसपोंडेंट नाम से पंजीकृत कर लेते थे। जिसके खाते से पैसे निकालते थे। उसे कोई शक न हो जाए, इसके लिए खुद को बैंक करसपोंडेट रजिस्टर करके थोड़ा.थोड़ा एमाउंट खाते से निकालते थे। एक बार और एक दिन में खाते से सिर्फ 10 हजार रुपये ही निकालते थे। ऐसा करके कई दिनों में ही पूरा खाता साफ कर देते थे। पुलिस ने इनके पास से एक लाख नकद, 43 थम्स बायोमेट्रिक, 16 एटीएम कार्ड, 3 पैन कार्ड, 3 आरोग्य कार्ड, 7 आधार कार्ड, 7 पेटीएम कार्ड, 36 फिनोपेमेंट बैंक कार्ड सीलबंद, 7 चेक बुक, 6 पासबुक, 6 मोबाइल फोन, 3 लैपटाप, एक प्रिंटर, 1 थम्स मशीन, 1 लोहा मशीन, 1 पोस्टकार्ड बरामद किया।