जिला बदर अपराधी दो दिन में ही जमानत पर छूटा गांव में पीड़ित पक्ष को दे रहा जान से मारने की धमकी
ऊंचाहार, रायबरेली| उत्तर प्रदेश में योगी सरकार होते हुए भी आम नागरिक अपने को कैसे भय मुक्त समझे।आम जनमानस रोज मर्रा कि जरूरत पूरी करने के भाग दौड़ करके अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है।लेकिन दूसरी तरफ अत्याचारी व दबंग अपनी दबंगई प्रवृति के कारण समाज में भय उत्पन्न कर रहे है।वहीं कोतवाली पुलिस लुका छिपी और अंदर बाहर का खेल कर समय व्यतीत करती है।इधर से जेल गया और दो दिन बाद जमानत पर बाहर आ गया जिला बदर अपराधी और अपने गांव आते ही पीड़ित पक्ष को देने लगा जान से मारने की धमकी।आम इंसान अपराध करने से डरता है तो वहीं अपराधी किस्म के लोग मार पीट जैसे अपराध करने से नहीं हिचकते हैं। क्योंकि उन्हें सारे नियम कानून मालूम होते और प्रशासनिक मदद भी मिलती है।ऐसा ही एक मामला बीते 02अगस्त को ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के पट्टी रहस कैथवल गांव में हुआ।जहां जिला बदर अपराधी वीरेंद्र पुत्र कामता ने अपने भाइयों रविन्द्र,योगेन्द्र पुत्र कामता प्रसाद और कामता पुत्र सत्तीदीन ने मिलकर पड़ोस में रहने वाले अखिलेश पुत्र संत के पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट गाली गलौज कर रहा था।शोर-शराबा सुनकर पड़ोस के देश राज पुत्र लालता पहुंचे और बीच बचाव कर मामले को शांत कराया और देश राज वापस अपने घर पर आकर बैठ गए। इतने में जिला बदर वीरेंद्र व उसके सहयोगियों ने पीछे से धावा बोलकर देशराज को लहूलुहान कर दिया।इस दरम्यान जो भी बीच बचाव में आया उसे भी मारा पीटा।पीड़ित परिवार द्वारा डायल 112 को सूचना दी गई।मौके पर पीआरवी वैन 1739 ने अखिलेश और वीरेंद्र को कोतवाली लाई।कोतवाल ने जिला बदर अपराधी वीरेंद्र को जेल भेज दिया। घटना की जांच कर रहे हल्का इंचार्ज सुहैल अंसारी से जब इस मामले पर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अपराधी वीरेंद्र के अलावा उसके गुर्गे पुलिस के पहुंचते ही भाग निकले थे फिलहाल हम इस मामले पर बराबर गांव के अंदर पूछताछ कर रहे हैं। जिला बदर अपराधी को जेल भेजने के बाद पुलिस ने उनके तीन साथियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई।कैथवाल गांव के ग्रामीणों और पीड़ित पक्ष ने बताया कि जिला बदर अपराधी वीरेंद्र 2 दिन में ही जमानत पर जेल से बाहर अपने गांव फिर से आ गया और अब गांव में घूम कर जान से मारने की बराबर धमकी दे रहा।इस बाबत जब कोतवाली प्रभारी विनोद सिंह से बात हुई तो उन्होंने बताया कि पूर्व में सूचना मिलने पर जिला बदर अपराधी को जेल भेजा गया था यदि वह जमानत पर छूटकर अपने गांव आ गया है तो हमारी पुलिस की टीम उसके साथियों पर दबिश देने के लिए लगी हुई है यदि वह भी मिलता है तो उसे पकड़ कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।सवाल यह भी है कि एक जिला बदर अपराधी जो कि चोरी-छिपे गांव के अंदर रह रहा था जिसने नए अपराध को अंजाम दिया और पीड़ित पक्ष द्वारा डायल 112 पर सूचना देने के बाद उसको कोतवाली पुलिस द्वारा केवल पुराने अपराध में जेल भेजा गया और 2 दिन के अंदर ही कारागार और जिला प्रशासन की मेहरबानी से उसे जमानत पर छोड़ दिया गया जिसकी पुष्टि गांव के कुछ ग्रामीण और पीड़ित पक्ष अपराधी को गांव में घूमता देखते हुए कर रहा है।