महिलाओं की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुनते हुए शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के दिए निर्देंश
महिला जनसुनवाई में लगभग दो दर्जन से अधिक मामलों की हुई सुनवाई, 4 मामलों का मौके पर ही किया गया निस्तारण
प्रयागराज। सदस्य, उ.प्र. राज्य महिला आयोग अनीता सिंह ने बुधवार को सर्किट हाऊस में मिशन शक्ति फेज-3 के अन्तर्गत महिलाओं से सम्बंधित विभिनन कल्याणकारी योजनाओं विषयक जागरूकता शिविर एवं महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया। महिला जनसुनाई में सदस्य ने अपनी समस्या लेकर आयी हुई पीड़ितों की समस्याओं को सुना। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई महिला अगर शिकायत लेकर थाने में जाती है, तो पूरी गम्भीरता/संवेदना के साथ महिलाओं की शिकायतों को सुनते हुए आवश्यक कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाये। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नही की जायेगी। उन्होंने कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है इसलिए प्रकरणों को बेवजह लम्बित करने तथा पीडित महिलाओ को न्याय दिलाने में किसी प्रकार का विलम्ब कतई क्षम्य नही होगा।
सदस्य, उ.प्र. राज्य महिला आयोग के समक्ष जनसुनवाई में ज्यादातर घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न से सम्बंधित शिकायतों सहित अन्य शिकायतें सुनवाई के लिए आयी। उन्होंने कहा कि माँ बच्चों की प्रथम पाठशाला होती है। माताओं को बच्चों को जागरूक करना चाहिए, जिससे बच्चों को अच्छे बुरे लोगों की पहचान हो सके, जिससे बच्चे उनके प्रति होने वाले अपराधों के प्रति सचेत रहे। उन्होंने कहा कि महिला आयोग का गठन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर महिला जनसुनवाई में जरूर आये। जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की पूरी सहायता की जायेगी। महिला जनसुनवाई में कुल 27 मामले सुनवाई के लिए आये, जिनमें से 4 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
जनसुनवाई में प्रार्थी संतलाल बिंद निवासी ग्राम खीरी थाना कौंधियारा ने अपने पुत्री के ससुराल वालों के विरूद्ध दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया, जिसपर पुलिस से शिकायत करने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है, जिसपर सदस्य ने सम्बंधित थाने को उपरोक्त प्रकरण की जांच कर कार्रवाई से आयोग को अवगत कराने को कहा है। इसी प्रकार से आरती चौधरी पुत्री राम चन्द्र चौधरी निवासी मधवापुर कीटगंज ने अपने पति मारपीट कर घर से निकाले जाने की शिकायत की, जिसपर महिला आयोग की सदस्य ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनो पक्षों को बुलाकर समझाया गया और सुलह कराकर इस मामले का मौके पर ही निस्तारण किया गया। प्रवीणा सिंह पत्नी महेन्द्र सिंह निवासी रामानंद नगर, अल्लापुर ने अपनी शिकायत में सूदखोरों के द्वारा उन्हें और उनके पती को प्रताड़ित करने की शिकायत की। प्रार्थिनी ने कहा कि थाने पर शिकायत करने के बावजूद भी अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी है, जिसपर सदस्य ने सम्बंधित थाने की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जताते हुए सम्बंधित प्रकरण में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। एक अन्य शिकायत में प्रार्थिनी आसमां बानों निवासी मऊआइमा द्वारा झाड़ फूक के नाम महिलाओं का उत्पीड़न करने वालों के विरूद्ध प्रार्थनापत्र प्रस्तुत किया, जिसपर सदस्य ने मऊआइमा सहित सभी सम्बंधित थानों के अधिकारियों को झाड़ फूक के नाम पर महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार, उत्पीड़न करने वाले लोगो के विरूद्ध सख्ती के साथ कार्रवाई करते हुए ऐसे कृत्य पर रोक लगाने के निर्देश दिये है। साथ ही जनसुनवाई में कई मामले वृद्धापेंशन, योजना के तहत मिलने वाले आवास आदि योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसपर सदस्य ने आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है। सदस्य ने पूर्व की जनसुनवाई के प्रकरणों के निस्तारण की स्थिति देखी। इस अवसर पर इन्द्रभान तिवारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज कुमार मिश्र, सदस्य के सलाहकार सुरेन्द्र कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। इसके उपरांत सदस्य, उ0प्र0 राज्य महिला आयोग के द्वारा कौड़िहार ब्लाक में मिशन शक्ति फेज-3 के अन्तर्गत महिलाओं से सम्बंधित विभिनन कल्याणकारी योजनाओं विषयक जागरूकता शिविर में भी सम्मिलित हुई।