शहर में जल निकासी, फागिंग व एण्टीलार्वा कार्य में लापरवाही पाए जाने पर जेडएसओ, एक्सईएन को जमकर लगायी फटकार, सेनेटरी इंस्पेक्टर का रोका वेतन
फिरोजाबाद। शहर में डेंगू, मलेरिया वायरल बुखार की प्रभावी रोकथाम के लिए निरंतर निरीक्षण कर रहे जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बुधवार को नगर निगम के जलकल विभाग का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कर विभाग द्वारा शहर में जलभराव की निकासी के लिए लगाई गई पम्पसेट के बारे में जाना और अभिलेखों को भी देखा। उन्होंने जलकल विभाग के एक्सईएन व जेडएसओ से पूछा कि किस क्षेत्र में कितनी पम्पसेट लगे हैं और उनको कितना डीजल दिया जा रहा है। तथा वह प्रॉपर जल निकासी के लिए क्या किया जा रहा है। जिस पर एक्सईएन संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, न ही कोई मॉनिटरिंग का सिस्टम बता पाए। इस पर जिलाधिकारी ने एक्सईएन व जेडएसओ को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि शहर में जलभराव व गंदगी के कारण बच्चों की दुखद मृत्यु हो रही है और आप लोग अभी भी गम्भीरता से कार्य नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रात दिन लगकऱ डेंगू, वायरल बुखार प्रभावित इलाकों में जल निकासी कराई जाए इसके लिए पम्पसेट व मैनपावर और अधिक बढ़ाई जाए। साथ ही प्रभावी मॉनिटरिंग भी की जाए। उन्होंने वहां बने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया, ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों से पूछताछ की, अभिलेखों का अवलोकन किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने फॉगिंग मशीन स्टोर का निरीक्षण किया। जहां 19 मशीनों में से अब तक केवल 4 मशीनें ही क्षेत्र में निकाली पाई गयी। जिस पर जिलाधिकारी ने सेनेटरी निरीक्षक प्रकाश सिंह पर वेतन रोकने के साथ विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने वहां मशीनें निकलवाकर अपने सामने चलवा कर देखा कि सभी मशीनें प्रॉपर वे में क्रियाशील है या नहीं इसके बाद मशीनों में तेल के साथ डालने वाली दवा डेल्टामैथिन-125 यूएलबी की मात्रा को जाना जिसमें बताया गया कि 5 एमएल प्रति लीटर तेल के हिसाब से डाली जाती है। उन्होंने डेल्टामैथिन दवा की गुणवत्ता की जांच कराने के लिए एक बोतल बाबत सैंपल के रूप में अपने साथ रख ली।