ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। लखनऊ-प्रयागराज राजमार्ग पर बने रेलवे गेट को स्थाई रूप से बन्द करने के विरोध में गुरुवार को व्यापारियों का गुस्सा फूटा और सड़क पर प्रदर्शन करके विरोध जताया है।
ऊंचाहार नगर के रेलवे क्रासिंग पर ओवर ब्रिज बन जाने के बाद रेलवे अब अपने गेट को बन्द करने जा रहा है। इस गेट के बन्द होने से न सिर्फ नगर दो भागों में विभाजित हो जाएगा साथ ही सैकड़ों दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित होगा अपितु स्कूल, बैंक व पोस्ट ऑफिस में आवागमन की असुविधा होगी। इस बात को लेकर नगर के व्यापारी पूर्व में एसडीएम को ज्ञापन सौंप चुके है।
गुरुवार को व्यापार मंडल के अध्यक्ष धर्मेन्द्र मौर्य के नेतृत्व में दर्जनों व्यापारियों ने रेलवे गेट के पास प्रदर्शन किया। गुरुवार से इस गेट को बन्द करने का काम रेलवे शुरू करने जा रहा था। किन्तु जनाक्रोश को देखते हुए फिलहाल रेलवे गेट को बन्द करने का काम रोक दिया गया है। उधर इस मुद्दे पर नगर के न सिर्फ व्यापारी आंदोलनरत है अपितु ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का भी व्यापारियों को समर्थन मिल रहा है। बन्द होने जा रहे गेट से प्रतिदिन लाखों लोगों का आवागमन होता है। यही नहीं एनटीपीसी को आने जाने वाले वाहन भी इसी गेट से होकर जाते है। रेलवे गेट बन्द होने की दशा में एनटीपीसी को प्रयागराज की ओर से आने वाले बड़े वाहनों का प्रवेश ठप हो जाएगा। इसलिए इस मुद्दे पर एनटीपीसी प्रबंधन भी रेलवे को पत्राचार कर रहा है।एनटीपीसी रेलवे के एक बड़ा व्यापारिक सहयोगी है, इसलिए एनटीपीसी के पत्र को रेलवे अधिकारी अधिक महत्व दे रहे है। दूसरी ओर नगर के व्यापारियों का इस मामले में आंदोलन दिनों दिन उग्र हो रहा है। गुरुवार को रेलवे गेट पर हुए प्रदर्शन में प्रमुख रूप से एजाज अहमद, राजू सोनी, हरिशंकर साहू, शिव कुमार गुप्ता एवं व्यापारी नेता स्थानीय ग्रामीण समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।