रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। बारिश के कारण प्रभावित हुई कोयले की आपूर्ति का असर बिजली उत्पादन पर पड़ा है और कोयले के अभाव में एनटीपीसी परियोजना में 210 मेगावाट क्षमता की एक यूनिट को बन्द कर दिया गया । उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश के कारण कोयला खदानों में काम रुक गया है।जिसके कारण विभिन्न परियोजनाओं में कोयले की आपूर्ति प्रभावित हुई है। ऊंचाहार की एनटीपीसी परियोजना को झारखंड के कोयला खादानों से रेलमार्ग द्वारा कोयले की आपूर्ति की जाती है।इधर जब बारिश का असर कोयला खदानों पर पड़ा तो ऊंचाहार परियोजना में कोयले की आपूर्ति प्रभावित हुई है। सामान्य दिनों में ऊंचाहार परियोजना को दो से तीन मालगाड़ी से कोयले की आपूर्ति आती रही है।प्रत्येक रेलगाड़ी में 58 से लेकर 70 रैक होती थी।किन्तु इधर करीब पंद्रह दिनों से कोयले की आपूर्ति काफी कम हो गई है।कई दिनों से दूसरे दिन आपूर्ति आ रही है।जिसके कारण यूनिटों का संचालन प्रभावित हो रहा था । इस बीच मंगलवार की रात करीब दस बजे एनटीपीसी ऊंचाहार में 210 मेगावाट की यूनिट नंबर पांच को बन्द कर दिया गया है।हालांकि इस बीच बिजली की मांग भी घटी है जिसमें बारिश का असर विद्युत वितरण पर भी पड़ा है।जिसके कारण ग्रिड ने बिजली की मांग घटा दी है।परिणाम स्वरूप ऊंचाहार परियोजना की सभी इकाइयां आधे भार पर चल रही है।परियोजना की एक इकाई बंद होने की पुष्टि के लिए आज बुधवार को जब जनसंपर्क अधिकारी कोमल जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस समय हम अवकाश पर हैं उसके बाद दूसरे अधिकारी आज्ञा शरण सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कोयले के अभाव में परियोजना की एक यूनिट बंद हुई।कोयले की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में आते ही परियोजना की बंद यूनिट को चालू किया जाएगा।