Wednesday, November 27, 2024
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महंगाई से उबारने के लिए किसान, मजदूर पक्षधर योजनाएं चलाये सरकारः भाकपा माले

चन्दौली। चकिया रसोई गैस के बढ़ते दामों समेत लगातार बढ़ती महंगाई पर रोक लगाया जाना, लगातार बढ़ती महंगाई के इस दौर में मनरेगा के तहत प्रति जॉब कार्ड नहीं बल्कि प्रति मजदूर साल में न्यूनतम 200 दिन काम तथा न्यूनतम 600 रुपये दैनिक मजदूरी की गारंटी किया जाना, सभी ग्रामीण गरीबों भूमिहीनों को आवास व कृषि भूमि का पट्टा तथा आवास की धनराशि 600000 रुपये दिया जाना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करते हुए प्रति यूनिट न्यूनतम 15 किलो राशन आवश्यक तेल दाल व अन्य चीजें दिया जाना, सभी ग्रामीण गरीबों को निशुल्क इलाज व बच्चों को मुफ्त सरकारी शिक्षा दिया जाना, वृद्धावस्था विकलांग व विधवा पेंशन सहित सभी सहायता पेंशन 6000 रुपये दिया जाना, किसानों के लिए नहरों में पानी व सरकारी पंपिंग सेट से सिंचाई की त्वरित व्यवस्था किया जाना, निजी ट्यूबवेल के लिए निशुल्क बिजली दिया जाना, आवारा पशुओं से खेती को नुकसान की भरपाई किया जाना, दिल्ली व पंजाब की तर्ज पर पूरे देश में सभी के लिए 300 यूनिट फ्री बिजली की गारंटी करते हुए अब तक के बकाया बिजली बिल को माफ किया जाना, किसानों के ऊपर कर्ज का बोझ के तहत हो रही आत्महत्याओं को रोकने के लिए किसानों के सभी तरह के कर्ज माफ किया जाना अत्यंत जरूरी हो गया है। उक्त बातें स्थानीय गांधी पार्क में भाकपा (माले) तथा अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा के संयुक्त आह्वान पर आयोजित एक दिवसीय धरने को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य स्थाई समिति सदस्य कामरेड अनिल पासवान ने कही।उन्होंने कहा कि बेतहाशा बढ़ती महंगाई के इस दौर में लोगों को भूखमरी से बचाने के लिए सरकार को मजदूर किसान पक्षधर योजनाएं चलाकर उन्हें लागू करते हुए तमाम सुविधाएं दिया जाना अत्यंत आवश्यक है।
धरना स्थल पर हुई सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा राष्ट्रीय परिषद सदस्य कामरेड रामायण राम ने कहा कि चकिया तहसील क्षेत्र के गढ़वा आंदोलन के दौरान हुए समझौते को लागू करते हुए गढ़वा का समग्र विकास किया जाना, बैराट फार्म के संबंध में तहसील प्रशासन द्वारा से श्वेत पत्र जारी किया जाना, मझगवा के दलितों के घरों में पानी घुसने की समस्या का स्थाई हल निकाला जाना तथा वहां आबादी की जमीन, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जमीन व नाली की जमीन का सीमांकन किया जाना, लेफ्ट कर्मनाशा नहर में पानी खोलकर टेल तक पानी पहुंचाया जाना, खखड़ा गांव के रामू यादव को न्याय दिलाते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी देने वालों को गिरफ्तार किया जाना, खिलची सहित तमाम गांव के गरीबों, भूमिहीनों को जारी की गई बेदखली व जुर्माने की नोटिस वापस लिया जाना, शेरपुर रसिया बनवासी बस्ती में जाने के लिए मुख्य सड़क से जोड़ते हुए रास्ते का निर्माण तथा बिजली की व्यवस्था किया जाना व शेरपुर बनवासी बस्ती के लोगों का नाम रसिया ग्राम सभा की वोटर लिस्ट में जोड़ा जाना, बिजली बिल वसूली के नाम पर आम जनता को परेशान करना बंद किया जाना जरूरी है क्योंकि इन तमाम समस्याओं के चलते तहसील क्षेत्र में प्रशासन के प्रति आम जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सभा को अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा जिला उपाध्यक्ष कामरेड विजई राम, इंकलाबी नौजवान सभा जिला सह सचिव कामरेड रमेश चौहान, अखिल भारतीय किसान महासभा जिला परिषद सदस्य कामरेड राम किसुनपाल, धर्मपाल, रमेश उर्फ भोला, कुंज बिहारी यादव, रामू यादव, नारद मुनि विश्वकर्मा, कमला देवी, रामबचन बनवासी, रमेश बनवासी, कतवारू बनवासी सहित तमाम लोगों ने संबोधित किया।