Saturday, September 21, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » साहब! गौवंशो को आश्रय न दे सको तो कम से कम ऐसी दुर्दशा भी न हो

साहब! गौवंशो को आश्रय न दे सको तो कम से कम ऐसी दुर्दशा भी न हो

गौ संरक्षण के लिए बनी गौशाला में आधा दर्जन गौ वंश की मौत
सड़ती दिखी कई दिनों पुरानी मृत गौवंश की लाश, खाल उतारता दिखा युवक 

महाराजगंज/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। प्रदेश में गौ संरक्षण के लिए बनाई गई गौशाला ही गौवंशों की हत्या के कारण बन रहे हैं। क्षेत्र के बखतखेर मजरे मोन गांव में बने गौशाला में एक ही दिन में करीब आधा दर्जन से अधिक की मौत का मामला प्रकाश में आया है। मामले में घटना की सूचना पर हरदोई के पशु चिकित्सक व खण्ड विकास अधिकारी ने मौकााका मुआयना करते हुए मृत गौवंशो को गड्ढे में दबवाया है।बताते चलें कि बखतखेर मजरे मोन गांव में बनी गौशाला में बीते कई दिनों से चारा भूसा न होने के कारण व जिम्मेदार कर्मचारियों की उदासीनता से लगभग 8 गौवंश की मौत हो गयी।जानकारी होने पर पहुंची मीडिया ने पाया कि गौशाला में कोई भी कर्मचारी उपस्थित नहीं था, गेट पर ताला लगा हुआ था और गौशाला में चार गौवंश मृत अवस्था में पड़े मिले तो वहीं एक बछड़ा अत्यन्त नाजुक हालत में देखा गया। यही नहीं गौशाला के पीछे नजर डाली गयी तो एक व्यक्ति दो गौवंशों की खाल उतार चुका था। इसके बाद वहीं दो बछड़े पड़े मिले जिसमें से एक बछड़ा कई दिन पूर्व मृत होने के कारण सड़ चुका था। मामले में ग्राम प्रधान ने बताया कि भुगतान न प्राप्त होने के कारण चारा समाप्त हो गया है। वहीं मामले में मौके पर पहुंचे हरदोई के पशु चिकित्सक सुरेश चन्द्रा ने बताया कि दो गौवंशो की मौत हुई है। खण्ड विकास अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिली है मौके पर जाकर मुआयना किया जा रहा है और मृत गौवंशो को दफनाया जा रहा है। जल्द ही पशुओ के चारा भूसे का इंतजाम भी कराया जाएगा और कर्मचारियों को साफ सफाई के सख्त निर्देश दिये गए हैं।