Tuesday, April 30, 2024
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रहस्यः भीतरगांव में सिलसिलेवार हुई सात मौतें, हो गया अंतिम संस्कार

⇒सभी ने कहा यह प्राकृतिक मौतें, परंतु पोस्टमार्टम के बिना कैसे सुलझेगी गुत्थी.?
⇒स्वास्थ्य विभाग ने गांव में डाला डेरा प्रशासन भी मौजूद , दहशत में गांव के ग्रामीण
पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। जिले के गुरूबख्शगंज थाना क्षेत्र में सिलसिलेवार हुई 6 मौतों की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है। अब इसकी जांच के लिए जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भीतर गांव में तैनात कर दिया है और जांच शुरू हो गई है, फिलहाल सीएमओ वीरेंद्र कुमार सहित क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों का कहना है कि यह सभी प्राकृतिक मृत्यु है। क्योंकि एक युवक को छोड़कर ज्यादातर मरने वालों की उम्र 60 साल से अधिक की बताई जा रही है, जो कि किसी न किसी बीमारी से ग्रसित थे। जबकि ग्रामीणों की मानें तो अचानक तबीयत बिगड़ने पर यह सभी मौतें हार्ट अटैक से बताई जा रही हैं। अब इन कही सुनी जाने वाली बातों में कितनी सच्चाई है, यह प्रशासन कैसे उजागर करेगा क्योंकि ज्यादातर लोगों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के भीतर गांव की ग्राम सभा की लगभग आबादी 15000 से अधिक की है और मंगलवार की देर रात इस ग्रामसभा के 3 किलोमीटर के आसपास के घरों में लगभग 5 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में स्वास्थ्य बिगड़ जाने के कारण मौत हो गई। जिनमें 3 लोगों को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 2 लोगों को मृत होने के बाद अंतिम संस्कार के लिए गेगासो गंगा घाट पर ले जाया गया। लेकिन जब इसी बीच 3 अन्य सभी ग्रामसभा से उसी गंगा घाट पर पहुंचे तो कुल 5 मौतों पर लोगों ने आशंका जताई। देखते ही देखते इन पांच मौत के हार्टअटैक घटना का मामला सोशल मीडिया पर फैल गया और प्रशासन में हड़कंप मच गया और गांव के ग्रामीण भी दहशत में पड़ गए। इसकी खबर जब जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम को लगी तब आनन-फानन जिलाधिकारी के आदेश पर बीती देर रात स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव का चप्पा चप्पा खंगालने लगी। प्रशासन के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में डेरा भी जमा दिया और स्वास्थ्य परीक्षण शुरू किया गया। अभी 5 मतों की गुत्थी का मामला सुलझा भी नहीं था कि बुधवार की सुबह 74 वर्षीय सत्तीदीन पुत्र पंचम की घर के बाहर झाड़ू लगाते समय मौत हो गई। फिर एक और सातवीं मौत का भी खुलासा हुआ। सीएमओ, अपर सीएमओ, एसडीओ व स्थानीय प्रशासन ने जांच करते हुए बताया कि ग्रामसभा बड़ी है, यह सभी प्राकृतिक मृत्यु है, वहीं कमल नाम के व्यक्ति की मौत पर संदिग्धता जताते हुए जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार रायबरेली के विकास खण्ड खीरों के ग्राम सभा भीतरगांव में मंगलवार का दिन चीख पुकार से गूंजता रहा, अब यह दिन भीतरगांव ग्राम सभा ग्रामीणों के लिए अपशगुन बताया जा रहा है। क्योकि यहां एक साथ एक नही अचानक अलग अलग जगहों पर सात मौतों से चारो ओर कोहराम मच गया। सभी मृतकों का अंतिम संस्कार गेगासो गंगा घाट पर कराया गया। अभी भी इन मौतों पर रहस्य का पर्दा बरकरार है, जबकि जानकारी होने पर कल देर रात डीएम , एसपी व जांच टीमें गांव पहुंची है। फिर हाल कोई ग्रामीण कुछ बोलने को तैयार नहीं। लेकिन बताया जा रहा है कि सभी की हार्टअटैक से मौत हुई है। जानकारी के अनुसार गांव निवासी कमल त्रिपाठी पुत्र अर्जुन (50) वर्ष, छत्रपाल पुत्र नरपति (60), शोभा (62), ननकई पत्नी कन्धई व सूखा पुत्री दसऊ सोमवार रात तक सभी स्वास्थ्य थे और किसी की रात में तबियत खराब हुई तो किसी की सुबह स्थानीय लोगो व परिजनों द्वारा आनन फानन में लोगो को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी। गांव में एक साथ उठी 5 अर्थियों से चारों ओर चीख पुकार मची रही। वहीं गांव पहुंचे खीरो सीएचसी अधीक्षक सहित अपर सीएमओ अंशुमान सिंह ने बताया सरकारी दस्तावेज में कल तीन मौतों की जानकारी है, जिसमें कमल त्रिपाठी 50 वर्ष व निर्मला व एक काली खेड़ा जनपद रेफर सहित आज सत्ती दीन पुत्र पंचम की नेचुरल डेथ हुई है, कमल की डेथ पर शंका जाहिर करते हुए जांच चल रही है। इन घटनाओं में सबसे बड़ी बात यह देखने को मिली कि गांव क्षेत्र का कोई भी युवक मृतकों का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं हुआ, ऐसे में प्रशासन भी पूरी तरह से जांच करने में असमर्थता जाहिर कर रहा है।