कानपुर। कोविड-19 के दूसरे चरण की वैश्विक महामारी के कारण संक्रमण को फैलने से बचाव को अपनाते हुए प्रदेश सरकार द्वारा घोषित आंशिक कोरोना कर्फ्यू का दृढ़ता से अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मण्डी परिषद की समस्त मण्डियों के माध्यम से मूल्य नियंत्रित कर प्रदेशवासियों को आवश्यक खाद्यान्न, फल, सब्जियां सुरक्षित व सुचारू रूप से उपलब्ध कराई गई। प्रदेश की मण्डी परिषद द्वारा प्रदेश की 220 मण्डी समितियों, 96 उप मण्डी समितियों, 132 रिन, 1643 एग्रीकल्चर मार्केट हबए हाट-पैठ में कृषि विपणन के कार्यों एवं गतिविधियों पर नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण किया जाता रहाए जिसका परिणाम रहा कि फल, सब्जियां, खाद्यान्न वाजिब मूल्य पर आम आदमी को मिलती रही, किसी प्रकार की समस्या नहीं आई।
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कोरोना से बचने के लिए सरकार के गाइड लाइन का पालन करें-नीतू सिंह
चन्दौली। नौगढ़: ग्राम्या संस्थान, ऑक्सफैम इंडिया एवं सहयोग संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में कोविड पर जागरूकता एवं टीकाकरण कराने को लेकर क्षेत्र के विभिन्न गांवों में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत आज मंगलवार को क्षेत्र के लालतापुर, देऊरा एवं नर्वदापुर गाँव में समुदाय के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने हेतु प्रेरित किया गया और मरीजों के अधिकार को लेकर जागरूक किया गया साथ ही कोरोना के लक्षण एवं बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की जानकारी दी गई एवं इससे संबंधित पर्चा वितरण किया गया।
Read More »टीकाकरण के बारे में गलतफहमी न पालें
कोविड-19 के टीकाकरण के बारे में अज्ञानता और अफ़वाहों के चलते ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर लोग टीका लगवाने से कतरा रहे है। आज हम इतिहास का सबसे बड़ा सामूहिक टीकाकरण अभियान देख रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाया जा रहा है। अभी तक कहीं से ऐसी कोई दुर्लभ घटना सामने नहीं आई की टीका लगाने के बाद दुष्परिणाम देखा गया हो।
कुछ लोग कोविड को गंभीरता से नहीं ले रहे इसे सामान्य बुखार ही समझते हैं। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि कोविड भले कुछ मामलों में हल्का असर दिखा रहा हो, लेकिन जब वह गंभीर रूप ले लेता है, तो उससे जान भी जा सकती है, और हमने लाखों लोगों को जान गंवाते देखा है। कोविड से बचने का एक मात्र उपाय वैक्सीन है। भारत में उपलब्ध कोविड-19 वैक्सीनें पूरी तरह सुरक्षित है।
मण्डल के 12 लाभार्थिंयों को स्वरोजगार हेतु स्वीकृत 120 लाख रूपये के ऋण वितरित
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अन्तर्गत मण्डल के कुल 04 लोगो को टूल किट भी किये गये वितरित
प्रयागराज। मण्डलायुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को गांधी सभागार में आयोजित मण्डलीय उद्योग बंधु की बैठक में विभिन्न योजनाओं के कुल 12 लाभार्थिंयों को स्वीकृत 120 लाख रूपये ऋण के चेक को वितरित किये। इसके अन्तर्गत जनपद प्रयागराज में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत गार्गी पाण्डेय को बूटिग/रेडीमेड गारमेंट के लिए 7.60 लाख, ब्यूटी पार्लर के लिए रेनू सिंह को 05 लाख रूपये, कृषि यंत्र निर्माण के लिए अतिराज सिंह को 05 लाख रूपये, साइबर कैफे के लिए मो0 सलमान को 10 लाख रूपये का चेक, एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना के तहत ऑयल मिल के लिए सरल कुशवाह को 10 लाख रूपये, मसाला उद्योग के लिए सुजीत गौड़ को 10 लाख रूपये, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत ब्यूटी पार्लर के लिए सुनीता राज को 02 लाख रूपये, रेडीमेड गारमेंट के लिए मो0 रशद को 10 लाख रूपये के ऋण चेक व प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।
मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठक सम्पन्न
उद्यमियों की समस्याओं को शीर्ष प्राथमिकता पर करें निस्तारित
बैंकर्स बैंको में लम्बित आवेदन पत्रों को बिना किसी देरी के करें निस्तारित
शासन द्वारा संचालित रोजगार परक योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर अधिक से अधिक लोगो को करायें लाभान्वित-मण्डलायुक्त
प्रयागराज। मण्डलायुक्त संजय गोयल की अध्यक्षता में गांधी सभागार में मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को उद्यमियों की समस्याओं को शीर्ष प्राथमिकता पर निस्तारित करने के निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि उद्योग धंधों को बढ़ावा देना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले बिंदुओं में से एक है। उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि उद्योग धंधों के बढ़ने से लोगो को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
SSP अलीगढ़ की शराब माफियाओं पर बड़ी कार्यवाही
77 अभियुक्तो को भेजा गया जेल, 42 बैंक खाते फ्रीज
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी के द्वारा जिले में शराब माफियाओं के विरुद्ध एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है जिसमें अब तक शराब माफियाओं के विरुद्ध 25 मुकदमे दर्ज करके 77 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
जेल भेजे गए अपराधियो में एक लाख का इनामी ऋषि शर्मा 50 हजार का इनामी विपिन यादव 25 हजार का इनामी नीरज चौधरी, मुनीश शर्मा, मदन गोपाल उर्फ कालिया, रामनिवास, अनिल कुमार इसके अलावा 15 हजार का इनामी रविंद्र यादव को अलीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
भारत में वयस्क मताधिकार की कहानी
यह बहुत से लोगों को ज्ञात नहीं है कि प्राचीन भारत के कई हिस्सों में सरकार के गणराज्य के स्वरूप मौजूद थे और बौद्ध साहित्य में कई उदाहरण हैं। चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में, क्षुद्रक-मल्ला संघ के रूप में जाना जाने वाला एक गणतंत्र संघ था, जिसने सिकंदर महान को मजबूत प्रतिरोध की पेशकश की थी। यूनानियों ने भारत में कई अन्य गणतांत्रिक राज्यों का विवरण छोड़ा है, जिनमें से कुछ को उनके द्वारा शुद्ध लोकतंत्र के रूप में वर्णित किया गया था जबकि अन्य को “कुलीन गणराज्य” कहा गया था।
Read More »एनटीपीसी के वैक्सीनेशन सेंटर पर गाइडलाइन दरकिनार
व्यवस्था में क्षेत्रीय ग्रामीणों की सुविधा में नजर आईं खामियां, कर्मचारियों के लिए पहले आप की व्यवस्था
ऊंचाहार/रायबरेली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच देश भर में 18 से 44 साल के लोगों के भी वैक्सीनेशन का दौर शुरू हो चुका है।इस बीच जनपद के ऊंचाहार क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीनेशन का कार्य ठीक तरीके से चल रहा है। बताते चलें कि क्षेत्र की ही विद्युत उत्पादन कंपनी एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा अपने कर्मचारियों को (45 से 60 वर्ष) वैक्सीन लगवाने के लिए पहले तो आवासीय परिसर में बने जीवन ज्योत चिकित्सालय में वैक्सीनेशन सेंटर को बनाया गया था तत्पश्चात जब सरकार द्वारा 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए भी वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ किया गया तब एनटीपीसी प्रबंधन ने वैक्सीनेशन सेंटर को अपने जीवन ज्योति चिकित्सालय के परिसर से हटाकर चिकित्सालय के ही बगल में बने प्रियदर्शनी क्लब/बाल भवन में वैक्सीनेशन का कार्य शुरू करवाया।
जिंदगी के नियम भी कबड्डी के खेल जैसे हैं – सफलता की लाइन टच करते ही लोग आपके पैर खींचने लग जाते हैं
श्रेष्ठतम सफलता, कांटो का ताज – हिम्मत, हौसला और जज़्बा रूपी मंत्रों का प्रयोग जरूरी – एड किशन भावनानी
किसी ने ठीक ही कहा है कि “तू अपनी खूबियां ढूंढ,कमियां निकालने के लिए लोग हैं”। “अगर रखना ही है कदम तो आगे रख, पीछे खींचने के लिए लोग हैं”, वाह क्या बात है!!!…साथियों हमारे बड़े बुजुर्गों की जो कहावतें हैं, वह आदिलोक आदिकाल की हैं, परंतु हम आज के युग में भी और अपनी अगली पीढ़ियों में भीदेखेंगे तो यह बिल्कुल फिट बैठती है। बड़े बुजुर्गों के एक-एक शब्द हीरे मोती के तुल्य हैं, बस पहचानने वाले जौहरी वाली नजर की जरूरत है।
आज की पीढ़ी और माँ बाप
कुछ घरों में माँ बाप के हालात देखकर आँखें भर आती है। नये ज़माने के बच्चों की दुनिया में क्यूँ समा नहीं सकते माँ-बाप जब ये बच्चें बड़े हो जाते है। क्यूँ वो बच्चें इतने ज़्यादा समझदार हो जाते है जब माँ-बाप बूढ़े हो जाते है। माँ-बाप दो मिलकर दो तीन बच्चों को लाड़ से पालते है पर दो तीन बच्चें मिलकर माँ बाप को ढंग से रख नहीं सकते।
माना की एक पीढ़ी का अंतर हो जाता है माँ बाप और बच्चों की सोच के बीच। पर जिनको अपने पैरों पर चलना सिखाया वही बच्चें बोलते है की आपको कुछ पता नहीं, आप नहीं समझेंगे या आपको कुछ आता नहीं ये कहाँ के संस्कार है।