मथुराः संवाददाता। भाकियू चढूनी के पदाधिकारियों ने सोमवार को आरोप लगाया कि किसान समस्याओं की अनदेखी कर सरकार किसानों को चिढ़ा रही है। भारतीय किसान यूनियन चढूनी ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने के बाद किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
किसान टैंक चौराहे पर एकत्रित हुए और यहां से नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर ने कहा कि किसान लंबे समय से एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। केंद्र सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है। देश में युवाओं के सामने बेरोजगारी की गंभीर समस्या है। किसानों को उसकी उपज का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है, आलू किसानों की आर्थिक स्थिति लगातार खराब हो रही है। दूसरी तरफ लागत मूल्य, खाद, बिजली, डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं। प्रदेश सरकार किसानों का दोहन और शोषण करने से बाज नहीं आ रही है। सरकार एमएसपी पर कानूनी गारंटी दे वरना किसान अब सड़कों पर उतरकर सरकार का विरोध करेंगे।
ज़िलाध्यक्ष रामफल सिंह तोमर ने कहा बाढ़ प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा दिया जाए। 15 सितंबर से धान की सरकारी खरीद सुनिश्चित की जाए। आवारा निराश्रित गोवंश से स्थाई समाधान कराया जाय। फसल के समय विद्युत कटौती बंद हो, कम से कम 18 घंटे विद्युत आपूर्ति दी जाए। नहर रजवाह सूखे पड़े हैं, सिल्ट सफाई कर टेल तक पानी की आपूर्ति की जाए। सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली की घोषणा को लागू किया जाए। जनपद में खारे पानी की गंभीर समस्या है, ग्रामीणों को भी मीठा पानी उपलब्ध कराया जाएं। फसल के समय किसानों को डीएपी यूरिया आदि समय पर उपलब्ध कराये जायें। खाद बीज की कालाबाजारी पर अंकुश लगाया जाए। बैंकों में किसानों व उपभोक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार भेदभाव शोषण व भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए। तहसील कार्यालयों में दाखिल खारिज खसरा मूल निवास प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र, ईडब्ल्यूएस के नाम पर हो रहे शोषण को रोका जाए। कृषि मंडी स्थलों पर व्याप्त अव्यवस्था व भ्रष्टाचार को रोका जाए व किसान हित की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उद्यान विभाग में सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का लाभ आम किसानों को मिले ऐसी पारदर्शिता हो। चुनिंदा लोगों द्वारा किए जा रहे बंदरबांट पर रोक लगाई जाए। यमुना एक्सप्रेस वे के अंडर पास में भरे कीचड़ व पानी से निजात दिलाई जाए। यमुना एक्सप्रेस वे पर धार्मिक स्थलों को दर्शाने वाले स्थानों के बोर्ड वृंदावन से लेकर बलदेव तक लगाए जाएं। 10 साल से ज्यादा समय से जर्जर 25 किलोमीटर लंबे बलदेव कैलाश मार्ग का तत्काल निर्माण कराया जाय। उपर खंड सिंचाई विभाग के बरारी माइनर में टेल तक पानी उपलब्ध कराया जाए। दघेंटा, मढ़ौरा आदि गावों में आधी अधूरी पड़ी चकबंदी प्रक्रिया को तत्काल पूरा कराया जाय। इसके बाद कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और जमकर नारेबाजी की।
इस मौके पर बिल्ला सिंह सिकरवार, कुंतभोज रावत, हीरो काका, श्यामपाल सिंह, प्रताप सिंह प्रधान, डा सतीश चन्द्र, डा राधे श्याम सिकरवार, हीरा सिंह चौधरी, डा अशोक चौधरी, संजय कुमार, वीरेंद्र सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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