हाथरस, जन सामना ब्यूरो। गली होली स्थित प्राचीन मन्दिर जैन श्वेताम्बर में हमेशा की भांति इस वर्ष भी पर्यूषण पर्व आज सुबह भगवान के स्नान, पूजा अर्चना के साथ प्रारंभ हो गया। इस अवसर पर भगवान की प्रतिमा को चांदी की अंगिया से सजाया गया तथा मंदिर में आकर्षक सजावट की गई और महाराज वीरेशदत्त सागरजी ने प्रवचन दिये। अखंड ब्रह्मांड, मंगलाकार जी महावीर स्वामीजी, माता त्रिशला जी के प्राक्ट्य महोत्सव व सपनों की बोली बोली गई। माता ने 14 सपनों को देखा। जिसमें सपनों के, लक्ष्मीजी, रत्नों की, देवविमान, सूर्य, चन्द्रमा की बोली हजारों रूपयों में लगायी गई। जैन श्रावक व श्राविकाओं ने स्वप्न बोली में बढ़ चढ़कर भाग लेकर पुण्य विजयश्री अर्जित की। स्वप्नों की बोली के बाद बागचार परिवार की ओर से प्रसाद वितरण किया गया और जैन समाज की ओर से स्वामीभझल (भोजन) की व्यवस्था की गई तथा भजनों का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष बलवीर सिंह, जगन जैन, पदमचन्द जैन, कान्तीचन्द्र जैन, सुरेन्द्र जैन, प्रकाशचन्द्र जैन, राजू बांठिया, राहुल जैन, विनय ओसवाल, अमरीचन्द्र जैन एड., टीटू जैन, राजीव ओसवाल, सुमित लोहिया, देवेन्द्र, राजीव, संजू जैन, वीरेन्द्र जैन, ब्रजभूषण, सिद्धार्थ, दीपक, अरूण कुमार, कालू, श्रीपाल जैन, नीतू ओसवाल, रिया बाठिया, सीमा जैन, सुमन जैन, बोथराजी अलीगढ़ वाले शालिनी, गुड़िया, राधा, मधु, पवन, एकता, विजय, नीलम, लाड़बाई सोनिका, दीपा, किरण, राजकुमारी, सन्तोष कुमारी, आयुषी, खुशी, दिया, तनु, रिशिका, श्रेया, छवि, वंशिता, श्रूमि, बाबू अंरिहतरण, कुशाग्र, दिव्यांश, काकुल आदि उपस्थित थे।