कानपुर नगर। सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 योजनांतर्गत मॉडल ग्राम पंचायतों में स्थापित ठोस कचरा प्रबंधन केंद्र/आर.आर.सी. के माध्यम से ग्राम पंचायतों में घर-घर कूड़ा संग्रहण का कार्य सफलतापूर्वक किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी विशाख जी0 की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। प्रथम चरण में जनपद में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु नगरीय क्षेत्र के समीप के 10 मॉडल ग्राम पंचायतों को चयनित किया गया है। ग्राम पंचायतों द्वारा विकसित ठोस कचरा प्रबंधन केंद्र में ग्राम पंचायत क्षेत्र में सम्मिलित घरों, संस्थाओं, शिक्षण संस्थानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले ठोस कचरे के समुचित निपटान की कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी द्वारा की बैठक में मॉडल ग्राम पंचायतों में स्थापित ठोस कचरा प्रबंधन केंद्र/आर.आर.सी. के माध्यम से ग्राम पंचायतों में घर-घर कूड़ा संग्रहण का कार्य सफलतापूर्वक किए जाने हेतु उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये।समस्त खंड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु चयनित ग्राम पंचायतों में तीन दिनों के अंदर ग्राम पंचायत के कर्मचारियों यथा- पंचायत सहायक, रोजगार सेवक, ग्राम सचिव आदि के माध्यम से ग्राम पंचायत के घरों, संस्थाओं, शिक्षण संस्थानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले ठोस कचरे एवं उसके निपटान के आकलन हेतु वेस्ट ऑडिट कराया जाए।
जिला पंचायत राज अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि चयनित ग्राम पंचायतों के वेस्ट ऑडिट के उपरांत एक सप्ताह के अंदर ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा की खुली बैठक एवं विभिन्न स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक आयोजित कर के ग्राम पंचायतों के घरों, संस्थाओं, शिक्षण संस्थानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले ठोस कचरे के संग्रहण एवं उसके निपटान हेतु सर्वसहमति से स्वच्छता शुल्क निर्धारित किया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जिला स्तरीय अधिकारी की उपस्थिति में ही ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाली ग्राम सभा की खुली बैठक एवं विभिन्न स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक आयोजित की जाए।
उपायुक्त, जिला उद्योग केंद्र यह सुनिश्चित करें कि चयनित ग्राम पंचायतों के अंतर्गत स्थापित औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर ठोस कचरा प्रबंधन हेतु ग्राम पंचायत में विकसित की जा रही व्यवस्था में सहयोग हेतु समन्वय बैठक आयोजित कराना सुनिश्चित करें।
खंड विकास अधिकारी/सहायक विकास अधिकारी(पंचायत) यह सुनिश्चित करें कि ग्राम पंचायतों में स्थापित आर.आर.सी. का संचालन एवं उपलब्ध संसाधनों को विकसित किए जाने हेतु कूड़ा संग्रहण हेतु निर्धारित शुल्क आदि माध्यमों से अर्जित आय का राजस्व मॉडल बनाकर किया जाए।
चयनित ग्राम पंचायतों में डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण एवं निपटान हेतु ग्रामीणों के मध्य ट्रिगरिंग हेतु ग्राम पंचायत में गठित निगरानी समिति को सक्रिय किए जाने के निर्देश दिए गए। इस कार्य हेतु संबंधित स्वयं सहायता समूह का सहयोग प्राप्त किया जाए।
खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ग्राम पंचायतों में स्वच्छता शुल्क संग्रहण हेतु विद्युत सखी/बीसी सखी को सम्मिलित किया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर, उपायुक्त उद्योग सुधीर कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारी के साथ चयनित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव आदि उपस्थित रहे।