फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। जीआर प्लाजा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन आचार्य राधाशण द्विवेदी ने श्रीकृष्ण व सुदामा की मित्रता का मनमोहक वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि मित्रता श्रीकृष्ण सुदामा की जैसी होनी चाहिए। श्रीकृष्ण ने अपने मित्र सुदामा के आने समाचार जैसे ही सुना वैसे ही नंगे पांव सुदामा से मिलने चल दिए। सुदामा को ना पाकर श्रीकृष्ण द्वारापालों से पूछते मेरा मित्र कहॉ है, तो कहते है कि वह चले गये। श्रीकृष्ण सुदामा को आवाज लगाते है नंगे पांव चल देते है। और सुदामा श्रीकृष्ण की आवाज सुन रूक जाते है। श्रीकृष्ण और सुदामा का मिलन देखकर लोग श्रीकृष्ण की जय-जयकार करने लगते है। वहीं कथा पंडाल में श्रीकृष्ण सुदामा की सुंदर झांकी के दर्शन कराएं गए। अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो, तेरे दर पें सुदामा आ गया भजन पर भक्तगण झूमते लगते है। वहीं वृंदावन से आये कलाकारों द्वारा राधा-कृष्ण के स्वरूपों में बृज की होली खेली गई। भक्तजनों ने बृज की होली का आनंद लिया। कथा में नवीनदुबे, पिंकी चौहान, प्रशांत माहेश्वरी, पूनम चौहान, गौरी शर्मा, राधिका बंसल, प्रीती सिंगल, प्रिया बंसल, निशा मित्तल, नीरज शर्मा, रुबी गर्ग, सीमा गुप्ता, बबीता तायल, साधना गोयल आदि मौजूद रहे।