सासनी, हाथरस। गांव विलखौरा को जाने वाली सडक को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश जारी है। दूसरे दिन भी ग्रामीणों ने सरकारी विद्यालयों में ताले लगा दिए और यहां आने वाले शिक्षकों को विद्यालय के बाहर ही रखा।
बता दें कि ग्रामीणों में राष्ट्रीय राजमार्ग से गांव को जाने वाले मार्ग की हालत खस्ता होने की शिकायत आला अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से करने के बाद भी मार्ग को दुरूस्त न कराए जाने पर भारी आक्रोश व्याप्त है। पूर्व में भी ग्रामीण आंदोल कर चुके है। और विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का भी वहिष्कार किया था। मगर राजनेताओं और प्रशसनिक अधिकारियों द्वारा समझाए जाने पर वह मान गये और मतदान किया। मगर मतदान के बाद आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने गांव की ओर कोई ध्यान नहीं दिया और विजयश्री के बाद भी जनप्रतिनिधि ने गांव में जाना तो दूर यहां के निवासियों से बात करना भी मुनासिब नहीं समझा। इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों का आंदोलन उग्र हो गया और ग्रामीणों ने गुरूवार को गांव में मौजूद सरकारी विद्यालयों पर ताले लटका दिए और वहां बैठे शिक्षकों को विद्यालय से बाहर बैठा दिया। आक्रोशित ग्रामीण सडक निर्माण होने तक बच्चों की पढाई और आने वाले चुनाव में मतदान का वहिष्कार करने पर अडे हुए है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सडक निर्माण नहीं हो जाता तब तक वह अपने बच्चों को न शिक्षा दिलायेंगे और न ही व चुनाव में मतदान करेंगें। ग्रामीणों का कहना है कि जब बच्चे विद्यालय जाते है। तो रास्ते में सडक खराब होने के कारण गिरकर चुटैल हो जाते हैं। वहीं रात या दिन में दुपहिया वाहन चालक कई बार फिसलकर घायल हो गये है। खराब सडक होने पर सही रास्ता ढूंढने पर कई बार सडक दुर्घटनायें भी हो गई हैं मगर किसी जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी ने गांव में जाने की जेहमत नहीं उठाई हैं शुक्रवार को ग्रामीणों ने विद्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।