फिरोजाबाद। आजादी के अमृत काल में नगर के सुप्रसिद्ध एस. आर. के. पीजी कॉलेज में बुधवार को सशक्त नारी सशक्त भारत विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा की कुलपति प्रोफेसर आशुरानी और मुख्य वक्ता के रूप में ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट कृतिराज (आईएएस) रहीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रॉफेसर प्रमोद कुमार सीरौठिया व प्रबंध समिति के सहसचिव डॉ. विनय कुमार गोयल ने मॉ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं सेठ कन्हैयालाल गोइंका के चित्र पर मार्ल्यापण कर किया। इसके बाद प्राचार्य द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं बुके भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रोफेसर आशुरानी ने कहा कि आज के युग में हर बेटी को सशक्त होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को कोई अन्य सशक्त नहीं कर सकता, बल्कि हम स्वयं अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से सशक्त बन सकते हैं। हर बेटी को पुलिस एवं महिला हैल्प लाईन नम्बर तथा रेल रिजर्वेशन नम्बर पता होना चाहिए। कुलपति ने कहा कि हमें अपने कौशलता को बढ़ाना होग। मानसिक सोच में बदलाव तथा आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि साईकिल, स्कूटी और कार चलाना सीखिए तथा लड़कों को खूब कम्पटीशन दें। जागरूक हों, सशक्त हों तथा समाज को खूब प्रतियोगिता दें तभी पुरातन एवं नवीनतम के बीच सामंजस्य बैठाते हुये आगे बढ़ेंगे। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि 21 वीं सदी में नारी किसी मायने में पुरूषों से कम नहीं है। बेटी को बेटा बनने की जरूरत नहीं है, आप बेटी के रूप में पूर्ण हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रमोद कुमार सीरौठिया ने कहा कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमन्ते तत्र देवताः अर्थात जहाँ नारी की पूजा होती है, वहीं देवता भी निवास करते हैं। प्राचार्य ने कहा कि संगोष्ठी सशक्त नारी सशक्त भारत विषय पर है। जिसमें समाज में बदलाव आना आवश्यक है। उन्होंने बदलाव का शाब्दिक अर्थ बताते हुये कहा कि बेटी आपकी धन लक्ष्मी और विजय लक्ष्मी है। कार्यक्रम में आये अन्य शिक्षाविदों ने भी अपने विचार रखे। अन्य वक्ताओं में प्राचार्य प्रोफेसर यशोधरा शर्मा, संचेतना महिला डिग्री कॉलेज इटावा की निदेशक डॉ. सीमा यादव, ईशान इंजीनियरिंग कॉलेज फरह मथुरा की निदेशक मंजरी अग्रवाल, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिरसागंज की प्राचार्य प्रोफेसर कांती शर्मा आदि शिक्षाविदों ने भी शिरकत की। संचालन प्रोफेसर रश्मि जैन ने किया। इस अवसर पर डॉ.उदारता, रितु शर्मा, डॉ. वन्दना सिंह, डॉ.पूनम तौमर, पंकज भारद्वाज, कविता अग्रवाल, डॉ. लीना बंसल, व्योमेश यादव. नित्य प्रकाश सिंह, डॉ. अमित कुमार शर्मा, डॉ. नवीन कुमार लवानियाँ, सुबोध कुमार, डॉ. आलोक प्रताप सिंह सिकरवार, डॉ. संतोष कुमार, कृष्णदेव आदि का सहयोग रहा।