फिरोजाबाद। अधिकारियों द्वारा प्रधानों का शोषण एवं उत्पीड़न किये जाने के विरोध में सोमवार को प्रधानों ने जिला मुख्यालय धरना प्रदर्शन कर अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी। साथ ही प्रधान संगठन के नेतृत्व में प्रधानों ने आठ सूत्रीय मांग पत्र डीएम डॉ उज्जवल कुमार के नाम एसडीएम सदर को सौंपा है। प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष रामनिवास यादव ने कहा कि कोई भी सचिव क्लस्टर के हिसाब से पंचायत में नहीं आते हैं, रोजगार सेवक और सचिव मिलकर मनरेगा का कार्य करते हैं। भुगतान खंड विकास अधिकारी एवं बाबू के डोंगल से हो जाता है, परंतु जब शिकायत होती है तो दोषी प्रधान को बनाकर उसके विरुद्ध रिकवरी जारी कर दी जाती है। इसे संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा। मंडल अध्यक्ष राहुल यादव एडवोकेट ने कहा कि अधिकारियों द्वारा मनवाने तरीके से बिना किसी नियम कानून के सचिवों के क्लस्टर बदल दिए जाते हैं, प्रधानों के ना चाहते हुए भी केवल नेताओं की नजरों में अच्छा दिखने के लिए भले ही पंचायत का कितना ही अहित क्यों ना हो और प्रधानों द्वारा सचिव को हटाने या ना हटाने के लिए सामूहिक रूप से भी कहा जाए तब भी उसे नहीं सुना जाता है। इसके विरोध में ही प्रधान सड़कों पर उतरे हैं। जब तक प्रधानों को सम्मान नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। जिला प्रभारी राजेश प्रताप सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायत बिलहना में सोशल आडिट टीम के द्वारा विरोधियों से मिलकर गांव में मनरेगा के हुए कार्यों को ना होना दर्शाकर प्रधान के विरुद्ध रिकवरी जारी करा दी, जबकि खंड विकास अधिकारी, अवर अभियंता एवं अन्य अधिकारियों द्वारा की गई जांच में उक्त कार्य मौके पर हुए पाए गए। बिलहना और पहाड़पुर क्लस्टर पर तैनात सचिव को मात्र एक प्रधान के नेता-पिता पुत्र के कहने पर अधिकारियों द्वारा मनवाने तरीके से हटा दिया गया। प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि प्रधानों द्वारा सरकारी खड़जां बनाए जाने के लिए मिट्टी डलवाए जाने पर भी उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराये जा रहे हैं और मनरेगा के विगत वर्ष के धन को वर्तमान वर्ष में जोड़कर पंचायत का अहित किया जा रहा है। इन सब के विरोध में सभी प्रधान सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हैं। इसके अलावा धरने को जिला उपाध्यक्ष डॉ सर्वेश कुमार, विनोद कुमार शर्मा, बनवारीलाल बघेल, ब्लॉकध्यक्ष होशियार सिंह यादव, अवधेश प्रताप सिंह, मोरध्वज राजपूत, डॉक्टर संजय यादव, ब्रह्म प्रकाश राजपूत, शिवराज शाक्य, पूरन सिंह फौजी आदि ने भी संबोधित किया। धरना में श्याम बाबू, राजेंद्र कुमार, पुष्पेंद्र कुमार यादव, विशंभर सिंह, निहारिका वर्मा, योगेंद्र सिंह, बृजमोहन, हेमलता, रणवीर सिंह, अतुल प्रताप सिंह, अवधेश सिंह, अनिल कुमार शर्मा, रविंद्र गुर्जर, जितेंद्र कुमार, चंद्रपाल सिंह, छोटेलाल, धर्मेंद्र कुशवाहा, आशीष वर्मा, मनोहर लाल, डोरी लाल वर्मा, नरोत्तम सिंह, सूबेदार सिंह राठौड़, मानसिंह, रामबाबू यादव उर्फ पप्पू सहित सैकड़ो प्रधान मौजूद रहे।