रायबरेलीः पवन कुमार गुप्ता। बिना प्रमाणित खाद्य व पेय पदार्थों की बिक्री पर जिले का खाद्य सुरक्षा विभाग मौन बना हुआ है। जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी इंद्र बहादुर यादव से बीते दिनों बात भी की गई थी उन्होंने जांच की बात को टालमटोल कर जवाब दिया और कहा कि हम जल्द खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करेंगे। परंतु अब दुकानों पर खाद्य पदार्थों के साथ साथ पेय पदार्थों की भी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। जिले के अंदर कई जगह ऐसे उत्पाद बनाए जा रहे हैं जिनको शायद कहीं से प्रमाणित भी नहीं किया गया है और न ही खाद्य विभाग इनकी जानकारी दे रहा है। उल्लेखनीय है कि यदि दुकानों पर बिक रहे खाद्य/पेय पदार्थों की जांच हुई है और नमूने भरे गए हैं, तो खाद्य सुरक्षा विभाग उत्पाद की गुणवत्ता को सार्वजनिक करे। पानी को आईएसआई प्रमाणित कंपनी के अलावा कोई पैक नही कर सकता है। फिर भी आज कल शराब के ठेकों पर पानी वाले पाउच की बिक्री बढ़ गई है और इसे बेचकर अच्छी रकम कमाई जा रही है। क्या इसकी बिक्री पर क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की मिलीभगत है, यदि ऐसा नहीं है तो जानकारी होने के बावजूद टीम जांच करने क्यों नहीं जाती?
Home » मुख्य समाचार » आखिर उत्पादों की गुणवत्ता की समय पर जांच क्यों नहीं करता जिले का खाद्य सुरक्षा विभाग