सासनी, हाथरस। गांव लुटसान में मां काली का मेला शोभायात्रा का आयोजन किया गया।, जिसमें काली के स्वरूप ने पूरे गांव में भ्रमण किया। घर-घर मां काली स्वरूप का आरती उतारकर स्वागत किया गया। वहीं मेले में विभिन्न देवी देवताओं की भव्य झांकियां आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थीं।
मंगलवार को गांव लुटसान में काली मेला गांव के मां महिषासुर मर्दिनी डोल फूल माली मंदिर से शुरू किया गया। जिसमें आचार्यों द्वारा विधि विधान से पूजा पाठ किया। काली मेला मंदिर परिसर से शुरू होकर गांव के विभिन्न मुहल्लों में होते हुए पुनः मंदिर पहुंचा जहां मेला शोभायात्रा का समापन किया गया। काली मेले में भगवान शिव, राधाकृष्ण, और शिव के भूत प्रेतों की झांकियां थीं। वहीं बैंड बाजों से निकलने वाली मधुर धुन से गांव का वातावरण भक्तिमय हो गया। ग्रामीणों ने मां काली की आरती उतारकर उनका स्वागत किया। मां काली मेला शोभायात्रा का उद्घाटन मुख्यातिथि के रूप में मौजूद ब्रजबहादुर भारद्वाज ने फीता काटकर किया। इस दौरान कमेटी के बंटी प्रधान, जितेन्द्र दिवाकर, अजीत गिरी, प्रदीप दिवाकर, विजयपाल चौधरी, अंशू शर्मा, डा. कोमल चौधरी, सत्यवीर चौधी, अशोक उपाध्याय, रिंकू भारद्वाज, मुकेश गोला, नीरज चौधरी, वरूण भारद्वाज, गौरव पाठक, पंकज शर्मा, आदि मौजूद थे।
दूसरी ओर गांव रूदायन में द्वितीय काली मेले का आयोजन किया गया। जिसमें काली मेले का उद्घाटन वयोवृद्ध कांग्रेस नेता गोविंद प्रसाद शर्मा (पंथ जी) ने फीता काटकर किया। इससे पूर्व उस्ताद मोहन शर्मा एवं सुन्नालाल ने विधि विधान से पूजा अर्चना की। मां काली शोभायात्रा का मार्ग में भक्तों ने आरती उतारकर एवं प्रसाद वितरण कर स्वागत किया। काली का स्वरूप गौरांश ने लिया तो खरदूषण सनी और अंशुल बने, वहीं लांगुरा की भूमिका रजत ने निभाई। अर्जुन ने योगिनी बनकर मां का खप्पर संभाला। इस मौके पर काली मेला कमेटी के सभी पदाधिाकारी और ग्रामीण मौजूद थे।