Sunday, November 24, 2024
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एनएचएआई ने बंद किया संपर्क मार्ग, सड़क को खुलवाये जाने के लिए ग्रामीणों ने मंत्री, विधायक व अधिकारियों को भेजा पत्र

ऊंचाहार, रायबरेली। निर्माणाधीन राजमार्ग के लिए ऊंचाहार में बन रहे बाईपास पर एनएचएआई द्वारा बीस से तीस गांवों को जाने वाले संपर्क मार्ग को बंद कर दिया गया है। जिससे लोगों को काफी मुश्किलें हो रही है, व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। इस संपर्क मार्ग की सड़क को खुलवाये जाने के लिए पहले तो प्रधान प्रतिनिधि अनुज उपाध्याय के साथ मिलकर ग्रामीणों ने एनएचएआई के अधिकारियों से बातचीत की लेकिन कोई स्थायी निष्कर्ष नहीं निकला। जिसके बाद आज ग्रामीणों ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और विभाग के मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री, एनएचएआई, विधायक ऊंचाहार, राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह समेत जिला प्रशासन को संबोधित पत्र भेजकर एन.एच.ए.आई. द्वारा बंद किए गए अति महत्वूपर्ण लोक निर्माण विभाग की सड़क को खुलवाये जाने व गोल चौराहा या अण्डरपास बनवाये जाने की मांग की है।
ग्रामीणों में ग्राम पंचायत पट्टीरहस कैथवल, जब्बारीपुर, कल्यानी, कन्दरावां व उनके विभिन्न पुरवों व मजरों के मूल निवासीगण हैं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि लखनऊ-प्रयागराज मार्ग के मदारीगंज (ऊँचाहार) के पास से पट्टीरहस कैथवल व जब्बारीपुर से होते हुये कल्यानी व कन्दरावां ग्रामसभा तक लोक निर्माण विभाग द्वारा पक्की सड़क बनी हुयी है, जिस सड़क से लगभग 30 से 35 पुरवों/मजरों के ग्रामीणों, किसानों, स्कूली बच्चों व आपात स्थिति में एम्बूलेंस, डायल-112 व कल्यानी गंगा घाट तक विभिन्न धार्मिक प्रयोजनों व अन्तिम संस्कार प्रक्रिया आदि के लिये आना-जाना होता है। यानी लगभग 20 से 25 हजार आबादी उक्त लोक निर्माण विभाग की सड़क से अच्छादित है। जिसको ऊँचाहार बाईपास सड़क मार्ग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा बिना सर्वे किये हुये व बिना जनहित को दृष्टिगत रखते हुये जानबूझ कर या अज्ञानतावश अवरोध पोल लगाकर बन्द कर दिया गया है और अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा बताया गया है कि उक्त मार्ग को भविष्य में पूर्ण रूप से बन्द कर दिया जायेगा, जिससे उक्त लगभग 30 से 35 पुरवों/मजरों के ग्रामीणों को बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ेगा। जबकि ग्रामसभा में तीन सड़क मार्ग बने हैं दो सड़कों में तो चौराहा बनाया गया है जोकि बहुत ही उचित है लेकिन इस महत्वपूर्ण सड़क मार्ग को अवरूद्ध कर दिया गया है। सबसे ज्यादा इसी सड़क मार्ग से लोगों का आवागमन रहता है। उल्लेखनीय यह भी है ग्रामीणों ने इस पत्र में आवागमन की समस्या को दर्शाया है साथ ही समाधान का सुझाव भी बताया है, इसके साथ ही निष्कर्ष न निकलने पर शांतिपूर्ण तरीके से धरना करने की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा है कि उक्त सड़क मार्ग को स्थाई रूप से गोल चौराहा या अण्डरपास बनाकर सदैव के लिये हम लोगों की समस्या का समाधान कर दिया जाये अन्यथा हम समस्त ग्रामीणजन, जनप्रतिनिधगण संवैधानिक दायरों में रहते हुये स्थाई रूप से गोल चौराहा या अण्डरपास न बनने तक या बनाये जाने के लिये लिखित वैधानिक आदेश की प्रति न मिलने तक आमरण अनशन, धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।