मथुरा। परियोजना अधिकारी यूपीनेडा एस.के.वर्मा ने अवगत कराया है कि जनपद की पांच तहसीलों के चिह्नित 28 विद्युत सब स्टेशन के पृथक पृथक फीडर का सोलराइजेशन करके 81.1 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने का लक्ष्य प्रस्तावित किया गया है। इनमे सबसे बड़ा रेस्को मोड सोलर पावर प्लान्ट तहसील छाता के शेरगढ़ में 7.3 मेगावाट तहसील महावन के बरौली में 6.2 मेगावाट, तहसील मॉट के नौहझील में 4.8 मेगावाट लगाया जाना प्रस्तावित है। चिन्हित सूची में उल्लिखित विद्युत सबस्टेशन तहसील छाता के लिए क्रमशः छह, तहसील महावन चार, तहसील मांट के लिए 10 तहसील सदर के लिए छह तथा तहसील गोवर्धन के लिए दो कुल 28 विद्युत सबस्टेशनों के सम्मुख प्रस्तावित सोलर पावर प्लान्ट क्षमता के सापेक्ष आवश्यक भूमि चार एकड़ प्रति मेगावाट के हिसाब से आवश्यकता होगी। वहीं यूपीनेडा मथुरा के परियोजना अधिकारी एसके वर्मा ने अवगत कराया कि जनपद के 28 कृषक फीडर्स के माध्यम से 81.1 मेगावाट बिजली के उत्पादन का लक्ष्य प्रस्तावित है। सबसे बड़ा रेस्को मोड सोलर पावर प्लान्ट तहसील छाता के शेरगढ़ में 7.3 मेगावाट तहसील महावन के बरौली में 6.2 मेगावाट, तहसील मॉट के नौहझील में 4.8 मेगावाट, के बड़े प्लान्ट लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके लिए प्रति मेगावाट सोलराईजेशन के लिए चार एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है। उन्होने दावा किया कि दो मेगावाट सोलर पावर प्लान्ट लगाने के लिए भूम उपलब्ध कराने वाले किसान को सामान्य फसल से दो गुना अधिक आय प्राप्त हो सकती है। इसके लिए चिन्हित विद्युत सबस्टेशनों के तीन से चार किमी परिधि में आने वाली भूमि का चिन्हांकन किसान योजना का लाभ ले सकते है।