फिरोजाबाद/शिकोहाबाद। शनिवार को वृंदावन से छत्तीसगढ़ को जा रही श्रद्धालुओं से भरी बस चालक को नींद आने से अनियंत्रित होकर रेलिंग को तोड़ती हुई नीचे खंदी में पलट गई। हादसा होते ही बस में सवार लगभग 65 सवारियों में चीख पुकार मच गई। जानकारी होते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और घायलों को उपचार के लिए राजनारायण माहेश्वरी जिला संयुक्त चिकित्सालय में भेजा। हादसे में एक बालक सहित तीन की मौत हो गई है। साथ ही लगभग 40 लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद एसपी ग्रामीण के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक ने घायलों को चाय-नाश्ता के बाद खाना खिला कर दूसरी बस से उन्हें छत्तीसगढ़ के लिए रवाना किया।
छत्तीसगढ़ के जनपद उतई निवासी कई गावों के लोग एक बस में एक हजार रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से एकत्रित कर मां बैष्णोदेवी के दर्शन करने गये थे। बस को रवि साहू पुत्र स्व.जीवन लाल साहू निवासी गोविंदपुर काकेर छत्तीसगढ़ चला रहा था। लौटते में सभी श्रद्धालुओं ने वृंदावन में बस रोक कर बांकेबिहारी के दर्शन किये और रात एक बजे खाना खाने के बाद छत्तीसगढ़ के लिए बस रवाना हो गई। जब बस नसीरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत माइल स्टोन 51 के समीप पहुंची, तभी चालक को झपकी आ गई और बस रेलिंग को तोड़ती हुई नीचे खंदी में पलटती हुई गिर पड़ी। हादसा होते ही बस में सो रहे श्रद्धालुओं में चीख पुकार मच गई। शोरगुल सुन कर और हादसे की जानकारी होते ही आसपास के लोग और थाना पुलिस के साथ एक्सप्रेस सुरक्षा में तैनात स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया। लोगों ने घायलों को बस से निकाला और कई एंबुलेंस से उन्हें उपचार के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय भेज दिया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें अंशु (20) पुत्री लाल सिंह निवासी धमदा जिला दुर्ग छत्तीसगढ़, छमित (7) पुत्र योगेंद्र और अन्नपूर्णा (40) निवासी दुर्ग शामिल हैं। एसपी ग्रामीण ने बताया कि हादसे में लगभग 55 लोग घायल हुए हैं। जिनमें से तीन की मृत्यु हो गई है। बस को हाइड्रा मंगवा कर नसीरपुर कट पर खड़ा करा दिया है। घायलों को उपचार के बाद टूरिस्ट बस से और शवों को एंबुलेंस से सोनभद्र तक छोड़ा जाएगा। उसके बाद छत्तीसगढ़ की पुलिस उन्हें अपने कब्जे में लेकर उनके घरों तक पहंचायेगी। छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों और मृतक व घायलों के स्वजनों को सूचना देदी गई है।
घायलों के नाम
एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में घायल हुए लोगों के नाम भूषण कुमार साहू निवासी छत्तीशगढ़ पटोरा, नूतन साहू निवासी आरकार जिला बालोद थाना सनोल, भाग्य लक्ष्मी,नेमा निवासी आमालोरी जिला जिला दुर्ग, कांति यादव, पुष्पेंद्र, गीता ठाकुर निवासी आमा लोरी, परशराम निवासी मर्रा थाना उदई जिला दुर्ग, आरती साहू निवासी रायपुर, कीरती ठाकुर निवासी आमा लोरी, पुलेस्वर प्रसाद साहू निवासी रायपुर, प्रतिभा निवासी बतौरा जिला दुर्ग, तामेस्वरी निवासी आमा लोरी,विमला बाई निवासी आमा लोरी, पूर्णिमा निवासी आमा लोरी, चेतन लाल व लक्ष्मी मटियारा निवासी आमा लोरी, लक्ष्मी साहू निवासी पतोरा, कामती निवासी गुण्डरदयी, जिवराखन पटेल निवासी आमा लोरी, ललिता निवासी ऊतई, पिंगला निवासी दुर्ग, रूपा साहू निवासी दुर्ग, द्रोपद निवासी मर्रा थाना उतई सहित लगभग 40 लोग शामिल हैं। जबकि 19 लोग सैंफई में भेजे गये थे।