नई दिल्लीः कमल नैन नारंग। शनिवार को बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंची। भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया गया। इसके बाद शेख हसीना और पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के प्रांगण में दोनों देशों के मंत्रियों से मुलाकात की। पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह के लिए दो हफ्तों के बाद ही बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना दो दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंची हैं और शुक्रवार को उन्होंने एस जयशंकर से मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक पहले से ही तय है। इसमें कई मुद्दों पर चर्चा होगी। जिन मुद्दों पर चर्चा होगी उनमें रक्षा, कनेटक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर, पावर और एनर्जी और जल बंटवारा समेत कई चीजें शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि रक्षा समझौते के साथ-साथ फाइनेंसियल पैकेज पर भी चर्चा हो सकती है। दोनों देश रेल ट्रांजिट समझौते पर भी चर्चा कर रहे हैं। लोकसभा चुनावों के बाद नई सरकार के गठन के बाद किसी विदेशी नेता की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। लंबे समय से पेंडिग पड़ा तीस्ता जल बंटवारा समझौता एजेंडे में रहेगा। हसीना भारत के पड़ोसी देशों की उन नेताओं में शामिल थी, जो 9 जून को नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुईं थी। पीएम मोदी के साथ मुलाकात के साथ-साथ उनका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।
अधिकारियों ने कहा कि भारत और बांग्लादेश भाषा, संस्कृति और अन्य कई चीजों को एक-दूसरे के साथ-साथ शेयर करते हैं। बांग्लादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। भारत एशिया में बांग्लादेश का सबसे बड़ा निर्यातकर्ता है। वित्त वर्ष 2022-23 में भारत को बांग्लादेश का लगभग 2 बिलियन अमरीकी डॉलर का निर्यात होगा। दोनों पक्षों के बीच इंवेस्टमेंट के नए अवसरों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
रक्षा सहयोग के बारे में सूत्रों ने बताया कि दोनों देश 4096.7 किलोमीटर लंबी सीमा शेयर करते हैं। यह भारत द्वारा अपने किसी भी पड़ोसी देश के साथ शेयर की गई सबसे लंबी सीमा है। सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों की अलग-अलग एजेंसियों के बीच पुलिस मामले, नशीले पदार्श की तस्करी, नकली मनी, मानव तस्करी जैसे मुद्दों से निपटने के लिए सहयोग करना भी शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली और ढाका रक्षा क्षेत्र में इससे भी ज्यादा अवसरों पर चर्चा करेंगे।
पावर एंड एनर्जी के मुद्दों पर भी दोनों देशों के बीच सहयोग
पावर एंड एनर्जी के क्षेत्र में भी दोनों देशों का काफी अच्छा सहयोग रहा है। बांग्लादेश इस समय में भारत से 1160 मेगावाट बिजली आयात कर रहा है। भारत से बांग्लादेश में हाई स्पीड डीजल की ढुलाई के लिए भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन का उद्घाटन दोनों प्रधानमंत्रियों ने मार्च 2023 में किया था। मीटिंग के दौरान इस पर भी चर्चा होने की संभावना है। मोदी और हसीना ने बीते साल 1 नवंबर 2023 को ढाका-चटगांव रेलवे लाइन पर अगरतला स्टेशन और अखौरा के बीच रेल लाइन का उद्घाटन किया था।
व्यापार को बढ़ाना उद्देश्य
भारत और बांग्लादेश के बीच पीआईडब्ल्यूटीटी पर एक प्रोटोकॉल है जो 1972 से ही लागू है। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार को सुगम बनाना है। इस समय 10 रास्ते और पोर्टस चालू हैं। दोनों देशों ने 2023 में चटगांव और मोंगला पोर्ट के इस्तेमाल के लिए समझौते पर साइन किए। इससे भारत को पूर्वाेत्तर के बीच कार्गाे के लिए बांग्लादेश में इन पोर्ट की सेवाओं का फायदा उठाने की सुविधा मिलेगी। बांग्लादेश आज भारत का सबसे बड़ा विकास का साझेदार है। भारत ने पिछले 8 सालों में बांग्लादेश को सड़क, रेलवे, शिपिंग और बंदरगाहों समेत अलग-अलग बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग 8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद की है।
वीजा की सुविधा बढ़ाने पर भी चर्चा
बांग्लादेश एक जरूरी ITEC भागीदार है और हर साल लगभग 800 लोग इसका फायदा उठाते हैं। इस साल अब तक करीब एक हजार स्टूडेंट वीजा बांग्लादेशी छात्रों को जारी किए गए। इसके अलावा वीजा की सुविधा बढ़ाने पर भी चर्चा की जाएगी।
मोदी ने नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बातचीत के बाद कहा, बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास साझेदार है। यह हमारी नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी, एक्ट ईस्ट पॉलिसी, विजन सागर और हिंद-प्रशांत विजन के संगम पर स्थित है।