फिरोजाबाद। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार, राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान भारत सरकार एवं स्टार्टअप इण्डिया के तत्वाधान में आयोजित इन्सपायर अवार्ड मानक योजना की एक कार्यशाला एका ब्लॉक के प्रधानाध्यापकों की बीआरसी सिविल लाइन दबरई में आयोजित की गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे बीएसए आशीष कुमार पाण्डेय ने सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया कि वे अपने विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 तक के पांच विद्यार्थियों के नामांकन अनिवार्य रूप से करा दें। यह भारत सरकार की बच्चों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों को सभी सूचनाएं समय से भेजने के लिए भी प्रेरित किया। सह नोडल अधिकारी अश्वनी कुमार जैन ने बताया कि इन्सपायर अवार्ड मानक योजना में नामांकन के लिए किसी भी बोर्ड के विद्यालय अपनी इन्सपायर अवार्ड मानक योजना के पोर्टल पर अपनी स्कूल आईडी से लॉगिन कर सकते हैं। इसमें नामांकन कराने वाले विद्यार्थियों के नाम पर बैंक का खाता होना चाहिए। यदि खाता बच्चे का नहीं है, तो खाता माता पिता के संयुक्त खाते में बच्चे का जुड़वा कर उसे फर्स्ट होल्डर बना दें। विचार में अधिकतम 150 शब्दों की सिनॉप्सिस होनी चाहिए। प्रथम स्तर पर जनपद स्तर की प्रदर्शनी के लिए चयन होने पर प्रत्येक विद्यार्थी को 10 हजार रुपये की धनराशि उस विद्यार्थी के खाते में भारत सरकार द्वारा भेजी जाती है। इस धनराशि के उपयोग से चयनित विद्यार्थी अपने प्रोजेक्ट को बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन प्रथम स्तर पर करेंगे। इन्सपायर अवार्ड मानक योजना के पोर्टल पर नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर 2024 है। कार्यशाला में खण्ड शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश अकेला, धर्मेंद्र सिंह, राहुल कुमार, सौरभ गुप्ता, यतेन्द्र जैन, पीयूष तिवारी, विजय बाबू शर्मा, जितेंद्र प्रताप सिंह, ब्रजराज सिंह, महीपाल सिंह, गुड्डी देवी आदि एका ब्लॉक के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक उपस्थित रहे।