Sunday, November 24, 2024
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पूर्व प्रधान द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की समाजसेवी ने डीएम से जांच की मांग की

रायबरेली। योगी सरकार में जितने सख्त आदेश जारी होते है उतने ही तेजी से भ्रष्टाचारी व अपराधी अपराध करने में तेजी दिखाते नजर आ रहे है, अब तनिक भी अपराधियों व भ्रष्टाचारियों को सरकार के सख्त आदेशों का भय नहीं रहा क्योंकि सब सिस्टम के खेल में जायज है, लगातार योगी राज में भ्रष्टाचार के बाद सलाखों के पीछे पहुंच रहे है, ऐसा ही जनपद रायबरेली के ग्राम सभा नुनैरा का एक मामला पिछले कई सालों से उजागर होकर हर बार सिस्टम के तहत ठंडे बस्ते में चला जाता है, एक तेज तर्रार जिला अधिकारी से गांव के एक समाजसेवी ने जांच की मांग की है।
आपको बता दे समाजसेवी अंजनी कुमार लगभग 4 वर्षों से पूर्व प्रधान के द्वारा ग्राम सभा में विकास कार्यों की जांच करने के लिए लगातार जिलाधिकारी के यहां चक्कर काटता रहता है, लेकिन आधी जांच के बाद मामला सिस्टम के तहत ठंडे बस्ते में चला है।
क्या है पूरा मामला:-
मामला रायबरेली जिले के खीरों विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत नुनैरा ग्राम सभा का है, समाजसेवी अंजनी कुमार जिलाधिकारी हर्षिता माथुर को लिखित तहरीर देकर पूर्व प्रधान के द्वारा किए गए कार्यों की जांच करने को लेकर मीडिया से रूबरू हुए। अंजनी कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा आज लगभग 5 वर्षों से लगातार अधिकारियों की चौखट पर जाकर न्याय की गुहार लगा रहा हूं लेकिन अभी तक जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुई अंजनी कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार को भी निशाने में लेते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार के बड़े-बड़े दावे खोखले साबित हुए जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त निर्देश था कि ग्राम सभा में यदि कोई ग्राम प्रधान भ्रष्टाचार करते हुए पाया जाएगा तो जांच करा कर उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी लेकिन पूर्व प्रधान ऊंची पहुंच के चलते शासन और प्रशासन दोनों उनके आगे नतमस्तक हैं। एक बार फिर आज ग्राम सभा में किए गए भ्रष्टाचार के 42 पेज जिला अधिकारी को देकर न्याय की गुहार लगाई है। अब देखना यह होगा कि आखिर जिला अधिकारी हर्षिता माथुर इस प्रकरण को कितना संज्ञान लेती हैं अब यह आने वाला समय तय करेगा।