राजीव रंजन नागः नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ ही दिनों के अंतराल पर शुक्रवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों से फिर मुलाकात की, जबकि इस सप्ताह भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव तीन दशकों में सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया है।
बुधवार को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के ठिकानों पर हवाई हमले किए। यह हमला दो सप्ताह पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए घातक हमले के जवाब में किया गया था। प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) भी मौजूद थे। जानकारों का कहना है कि यह मुलाकात केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं थी। यह एक उच्चस्तरीय बैठक थी जिसमें मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर गंभीर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सेना प्रमुख से पूरी जानकारी ली और भविष्य के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इससे पहले ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्रालय और सेना की प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय सेना द्वारा जानकारी दी गई कि पाकिस्तानी सेना ने आधी रात सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने की कोशिश की। पाकिस्तान सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारी हथियारों से गोलीबारी भी की। भारत ने पाक के हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
इस बीच, दिल्ली एयरपोर्ट से 129 उड़ानें रद्द की गईं हैं, साथ ही 9 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी रद्द की गई हैं। इसके साथ ही देश के सरहदी इलाकों में बेहद सतर्कता बरती जा रही है। भारतीय सेना मुस्तैद है और पाकिस्तान की ओर से होने वाली हर हिमाकत का माकूल जवाब देने के लिए तैयार है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान की सेना और उसके पाले आतंकियों को सबक सिखाने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। आज इस ऑपरेशन का तीसरा दिन है। हर गुजरते दिन के साथ भारतीय सेना अपने पराक्रम को न सिर्फ दोहरा रही है, बल्कि दुश्मन के लिए काल बनी हुई है।
हेडक्वार्टर इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ने जम्मू, पठानकोट और उधमपुर सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य स्टेशनों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है। भारत ने गुरुवार सुबह पाकिस्तान के कई शहरों में उसकी एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया, जिनमें से लाहौर में एक को नष्ट कर दिया गया। इसके बाद से ही जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से गोलाबारी की जा रही है।
अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सेना और वायु सेना दोनों ने पाकिस्तान सीमा पर मिसाइल प्रणाली तैनात की है। सेना ने कहा, ‘पाकिस्तान सशस्त्र बलों ने 08 और 09 मई की मध्य रात्रि को पूरे पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग करके कई हमले किए। पाक सैनिकों ने जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर कई संघर्ष विराम उल्लंघन (सीएफवी) भी किए। ड्रोन हमलों को प्रभावी ढंग से विफल किया गया और सीएफवी का मुंहतोड़ जवाब दिया गया।
केंद्र ने सभी राज्यों से नागरिक सुरक्षा प्राधिकरणों के प्रमुखों को आपातकालीन खरीद का अधिकार देने को भी कहा है ताकि आपातकालीन स्थिति में वे आवश्यक खरीद कर सकें।
मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि सेना प्रमुख चाहें तो वे टेरिटोरियल आर्मी (टीए) के अफसरों और जवानों को बुला सकते हैं। टीए अर्धसैनिक बल है, जो जरूरत पड़ने पर सेना की सहायता करते हैं। पहलगाम हमले के बाद भारत एक्शन मोड में है। बैठकों के दौर के बीच सीमा पर सुपर एयर डिफ़ेंस मिसाइलें तैनात कर दी गई हैं और पाकिस्तान के साथ व्यापार व वीज़ा सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।
भारत और पाकिस्तान के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद का तनाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुका है। पाकिस्तान की ओर से बढ़ती आक्रामकता ने दोनों देशों के रिश्तों को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है। ऐसे समय में यह मुलाकात यह संकेत देती है कि भारत अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को लेकर पूरी तरह गंभीर है और किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है।
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