आरोपी की तलाश में पुलिस ने दी आरोपी घर में दबिश
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता । भाजपा नगर विधायक मनीष असीजा के निवास पर फायरिंग करने और एसएमएस द्वारा धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया आरोपी जिला अस्पताल मेडिकल को ले जाते समय पुलिस गिरफ्त से फरार हो गया।
पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई। मामले की जानकारी जब एसपी सिटी और साीओ को हुई तो उन्होंने आरोपी के घर दबिश दी।
सूत्रों के हवाले से शनिवार देर रात्रि पुलिस ने अनूप शर्मा को उठा़ लिया था। वहीं सदर विधायक पर फायरिंग और धमकी देने की घटना का पुलिस सोमवार को खुलासा करने वाली थी। दोपहर दो बजे एसपी सिटी कार्यालय पर पत्रकार वार्ता के लिए समय निर्धारित कर दिया गया था। लेकिन वार्ता से पूर्व आरोपी को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले जा रहे थें। तभी गांधी नगर चैराहा के समीप पुलिस की बुलेरो गाड़ी अचानक धीमी हुई उसी दरम्यान आरोपी पुलिस को चकमा देकर रफूचक्कर हो गया। मेडिकल के लिए आरोपी को लेकर गए पुलिसकर्मियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गई। काफी खोजबीन के बाद भी आरोपी का सुराग न मिलने पर उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया। विधायक हमले का आरोपी के फरार होने की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हडकंप मच गया। एसपी सिटी आरके सिंह के नेतृत्व में काफी संख्या में पुलिस टीम आरोपी की तलाश में जुट गई। आरोपी के घर पर भी पुलिस ने दबिश दी लेकिन कोई जानकारी नहीं हो सकी। पुलिस ने शहर के मुख्य चैराहे पर भी आरोपी की तलाश की। लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी आरोपी की जानकारी नहीं हो सकी। हालांकि इस पूरे मामले को लेकर पुलिस अधिकारी कुछ भी बताने से इंकार कर रहे है। लेकिन पुलिस बिना किसी को बताए आरोपी की तलाश में जुटी है। विधायक मनीष असीजा के आवास पर कुछ दिन पूर्व देर रात्रि फायरिंग की गई थी। गोली उनकी खिडकी को पार करते हुए बाहर जा गिरी थी। घटना की विधायक ने रिपोर्ट अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई थी। मामला दर्ज होने के बाद विधायक के मोबाइल पर धमकी भरा एसएमएस आया था। धमकी मिलने के बाद नगर विधायक की सुरक्षा बढा दी गई थी। पुलिस फायरिंग और धमकी देने वाले आरोपी की तलाश में जुट गई थी। इस पूरे प्रकरण में अनूप शर्मा निवासी गांधी नगर का नाम सामने आया था।
सूत्रों के हवाले से पुलिस की गाड़ी में विधायक प्रकरण से जुड़े तीन आरोपियों का पुलिस मेडीकल कराने ले जा रही थी। वहीं गांधी नगर चैराहे के निकट नगर निगम के द्वारा पाइप लाइन डाली गई थी। वहीं नगर निगम ने उसे मरम्मत करा दी गई थी। लेकिन वहाॅ गढ्ढा हो गया था। गढढे की वजह से गांधी नगर चैराहे पर थाना उत्तर की बुलेरों गाड़ी धीमी हो गई। आरोपी इसी का फायदा उठाकर गाड़ी का गेट खोलकर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। सूत्रों के अनुसार बुलेरों गाडी में थाना प्रभारी और उनके साथ दो अन्य पुलिस कर्मी थे। गाडी के अंदर विधायक प्रकरण के तीनों आरोपियों का मेडीकल कराने ले जाया जा रहा था। लेकिन पुलिस तीनों आरोपियों का मेडीकल करा पाती उसे पूर्व ही उसमें से एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। वहीं पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी रही। लेकिन उनके हाथ में किसी प्रकार की सफलता हाथ नहीं लग सकी।