हाथरस, नीरज चक्रपाणि। हाथरस के थाना हाथरस गेट क्षेत्र के गाँव दादनपुर निवासी शशि कुमार की एक वर्ष की बेटी सुवह घर के आँगन में खेल रही थी, कि अचानक खेलते खेलते मासूम ने सिंदूर की डिब्बी का ढक्कन खोल लिया और ढक्क्न को खेलते खेलते मुँह के अंदर ले लिया जो गले में जाकर फंस गया,
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मासूम के आवाज न निकलने की सूरत में उसकी दादी और परिजन जिला अस्पताल लेकर आयी, और उसने चिकित्स्कों के आगे अपने मासूम बेटी के बचाने की गुहार लगायी लेकिन किसी का भी दिल नहीं पसीजा सभी चिकित्सक उसे एक दूसरे की और टहलाते रहे इसी दौरान मासूम ने अपना दम तोड़ दिया। मासूम के परिजनों की माने तो चिकित्सकों की लापरवाही के कारण मासूम की जान गयी है। उन्होंने बताया कि किसी भी डाक्टर ने उनकी नहीं सुनीए उन्होंने बताया कि जबकि एक राह चलती महिला ने बच्चे के गले से ढक्क्न को निकाल दिया अगर चिकित्सक चाहते तो जान बच सकती थी। वही ईएनटी चिकित्सक नवनीत अरोरा के अनुसार मासूम की हालत जायदा खराब थी इसलिए उसे रेफर कर दिया गया था। वही सर्जन डॉ पीके श्रीवास्तव ने बताया कि इमरजेंसी में जब मासूम को लाया गया जब तक उसकी मौत हो चुकी थी यहां से पहले किस चिकिस्तक को दिखाया यह मुझे जानकारी नहीं हैए हमने तो ऑक्सीजन आदि लगाकर बच्ची को बचाने की पूरी कोशिश की थी।