शिवली, कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। सरकार से आस लगाए छात्रों को इस बार स्कॉलरशिप व फीस वापसी न मिलने से मायूसी छाई है वही बीएड, बीपीएड छात्रों को अगले सेमेस्टर में एडमीशन की चिंता सताने लगी है। छात्रों को इंतजार था कि फीस वापसी आ जाने से छात्रों की पढ़ाई बीच में अधूरी नहीं छूटेगी परन्तु अधिकांश छात्रों को पढ़ाई पूरी करने की चिंता सताने लगी है। मजबूर छात्र समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगा रहे है। शायद ही कुछ कारणों से उनका स्कॉलर न आया हो परन्तु समाज कल्याण विभाग पहुंचते ही पता चलता है कि बजट का अभाव के कारण फीस वापसी व स्कॉलर नही आ सका है। समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगाकर मजबूर छात्र बैरंग वापस लौट आते है। छात्रों का स्कालरशिप व फीस वापसी न आने से उनका सरकार के प्रति दिन पर दिन गुस्सा बढ़ रहा है। बीपीएड छात्र अनूप कुमार, अमित प्रजापति, नितीस, जितेन्द्र कुमार आदि ने बताया कि स्कॉलर व फीस न आने से एडमीशन की मुश्किलें बढ़ गयी है। सरकार से उम्मीद नही थी कि वह छात्रों को स्कॉलर व फीस वापसी नहीं देंगे। यदि सरकार ने इसी तरह का रवैया बनाये रखा तो वह दिन दूर नहीं की छात्र एकता की ताकत सरकार को आने वाले चुनावों में भी भुगतना पड़ सकता है। वही समाज कल्याण विभाग अधिकारी ने बताया कि बजट कम होने के कारण सभी छात्रों को स्कालरशिप व फीस वापसी नहीं मिल सकी है। बजट में जितना भी पैसा था वो छात्रों को भेजा जा चुका है। बजट के लिए धन सरकार से मांगा गया है जैसे ही धन आता है। वैसे ही वह छात्रों के खाते में ट्रान्सफर कर दिये जायेंगे।