1-2013 में कट चुका कनेक्शन 2018 में पहुंचे वसूली करने
2-उपभोक्ता द्वारा वर्ष 2010 में ही छोड़ दिया गया घर
3-केस्को द्वारा उपभोक्ता पर धारा 136(ट्रांसफार्मर चोरी जैसे गंभीर आरोप) में गोविन्द नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।
4- उपभोक्ता को केस्को द्वारा दिये गये आरोप से मानसिक क्षति पहुंचने पर बीपी, सूगर जैसी गंभीर बीमारी से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
क्या है? मामला
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। गोविन्द नगर कच्ची बस्ती निवासी रामरतन वर्मा जो कि रेलवे से पेंशनर है। अपने दो बेटे महेश व कमल के साथ रहते थे व रामरतन के नाम से ही बिजली कनेक्शन उपयोग कर रहे थे। वर्ष 2010 ने रामरतन वर्मा ने बर्रा-8 में अपना निजी निवास बना लिया तबसे वही पर रहने लगे व गोविन्द नगर स्थित मकान में लगे बिजली कनेक्शन को महेश व कमल द्वारा उपयोग किया जाने लगा वर्ष 2013 में दोनो भाईयो के आपसी विवाद के चलते रामरतन ने केस्को का फुल बिजली का बिल जमा कर कनेक्शन को चेक करा कर कनेक्शन विच्छेद कर दिया गया। वही दोनो भाईयो ने अपने-अपने नाम का नया कनेक्शन करवा लिया।
बीते महीने में पराग डेरी केस्को से ए.ई. सुरेन्द्र सिंह, ए.ई. अमित कुमार मिश्रा, अवर अभियन्ता सूर्य लाल चैहान व दो अज्ञात लोगों के साथ घर पर आकर मीटर संख्या 019331 की बकाया बिजली का बिल के नाम पर वसूली करने लगे व उपभोक्ता के बेटों को डराने धमकाने लगे जबकि उपरोक्त मीटर संख्या वर्ष 2013 में कनेक्शन कट चुका था वही मौके पर मौजूद अधिकारी गण द्वारा उपभोक्ता रामरतन वर्मा के नाम पर गोविन्द नगर थाने में धारा 136 बिजली उपकरण चोरी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया गया जिसके तहत मौजूदा विवेचक रामरतन वर्मा के घर जाकर गिरफ्तारी करने भी पहुंच गये पर रामरतन घर पर मौजुद नही थे। जिसकी वजह से गोविन्द नगर पुलिस वापस लौट आयी वही इस घटना से आहत होकर 70वर्षीय रामरतन वर्मा को बीपी की शिकायत हो गयी और वो बीमार रहने लगे व कानपुर न्यायालय का साहारा लिया।
कोर्ट द्वारा मामला संज्ञान में लेने के बाद
कानपुर न्यायालय में पूरे प्रकरण की गंभीरता से जॉच करने के बाद पाया गया कि जब उपभोक्ता द्वारा वर्ष 2013 में ही बिजली कनेक्शन को केस्को में सरेंडर कर दिया गया था तब केस्को अधिकारी किसी बकाये की वसूली करने क्यों गये थे वही उपभोक्ता को घर छोड़े भी 5 वर्ष बीत जाने के बाद उसके नाम से बिजली चोरी करने का आरोप लगाया।
जिसके पश्चात रामरतन ने कोर्ट द्वारा केस्को से सम्बंधित सभी उच्चाधिकारियों को नोटिस भिजवा इस सारे प्रकरण से अवगत कराया व गोविन्द नगर थाने में छापेमारी के दौरान तीनों अधिकारी ए.ई. सुरेन्द्र कुमार व अमित कुमार व अवर अभियन्ता सूर्यलाल चैहान व दो अन्य लोगों के खिलाफ मानहानि व उगाही जैसी अपराध करने के मुकदमे दर्ज करने की तहरीर दी गयी जिसकी जानकारी मिलते ही तीनों अधिकारी ने गोविन्द नगर थाने में समझौता नामा भिजवाया जिसमे साफ तौर पर लिखा था कि ये सारा प्रकरण त्रटिवश हुआ है जिसके लिये हमे खेद है व हम रामरतन वर्मा पर लगाये सारे मुकदमे वापस लेते है।
इससे साफ प्रतीत होता है कि केस्को किस तरह से वसूली पर उतर आया जहॉ सभी नियम तॉक पर रख कर सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाने में लगा है और समाजिक लोगों के मान सम्मान को क्षति पहुचा रहे है।