पुलिस के देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों में रोष
सासनी, जन सामना संवाददाता। गांव विघैपुर में एक युवक ने अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। जिसका शव का पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया।
जानकारी के अनुसार गांव विघैपुर निवासी प्रेमपाल के तीन पुत्र है। सबसे बडा लडका 22 वर्षीय पुत्र देवेन्द्र मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। बताते हैं कि शुक्रवार की सुबह वह हाथ दरांती लेकर पशुओं के लिए चारा लने जंगलों की ओर गया। मगर अज्ञात कारणों के चलते वह गांव के एक विद्यालय मं घुस गया और अपने अंगौछा से गले में फांसी का फंदा बनाकर नीम के पेड पर झूल गया। सुबह जब खेलने जाने वाले बच्चों ने पेड पर उसे लटका देखा तो उनकी चीख निकल गई। बच्चों की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गयें घटना की सूचना पुलिस को दी। काफी देर तक जब पुलिस मौके पर नहीं पहुची तो ग्रामीणों में रोष छा गया। काफी देर बाद जब पुलिस गांव पहुंची तब जाकर पेड पर झूल रही लाश को नीचे उतारा गया और देवेन्द्र के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों ने देवेन्द्र के आत्महत्या का कारण अज्ञात बताया है।