उपभोक्ता मामलों के विभाग ने प्याज की कीमत और उपलब्धता की समीक्षा कीए बागवानी आयुक्त ने आश्वासन दिया कि इसकी आवक एक सप्ताह में काफी हद तक बढ़ जाएगी
उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को नीचे लाने के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत प्याज के बफर स्टॉक से आपूर्ति 2.3 गुना बढ़ाई जाएगी
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। उपभोक्ता मामलों के विभाग (डीओसीए) ने एक उच्चस्तरीय बैठक में सभी संबंधित हितधारकों के साथ प्याज की कीमतों और उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक की अध्यक्षता उपभोक्ता मामलों के विभाग में सचिव अविनाश के. श्रीवास्तव ने की। बागवानी आयुक्त (डीएसी और एफडब्ल्यू) द्वारा यह संकेत दिया गया कि खरीफ की प्याज फसल के तहत बुवाई क्षेत्र यानी रकबा पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है और कर्नाटक से इसकी आवक बाकायदा शुरू हो गई है। एक हफ्ते के भीतर खरीफ फसल की आवक में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। इससे प्याज के उपभोग वाले क्षेत्रों में इसकी उपलब्धता बढ़ जाएगी जिससे इसकी कीमतों को नीचे लाने में मदद मिलेगी।इस बीच बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) के तहत बफर स्टॉक से दिल्ली में प्याज की आपूर्ति मौजूदा स्तर की तुलना में 2.3 गुना बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि बाजार में प्याज की अंतरिम आपूर्ति में किसी भी तरह की बाधा को दूर किया जा सके। तदनुसार, इसके कार्यान्वयन का जिम्मा संभाल रही एजेंसी अर्थात नैफेड को पीएसएफ स्टॉक से इसकी आपूर्ति की मात्रा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। समिति द्वारा प्याज की कीमतों एवं इसकी उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा निरंतर की जाएगी और आवश्यकतानुसार उपयुक्त कदम तत्काल उठाए जाएंगे।
उपभोक्ता मामलों के विभाग ने मदर डेयरी को प्याज की सभी किस्मों की कीमतों में 2 रुपये की कमी करने या इस हद तक मूल्य को वापस लेने की सलाह दी। मदर डेयरी दिल्ली में अपने सभी स्टोरों पर बिना पैकिंग या खुले में उपलब्ध प्याज की कीमत को 25.90 रुपये से घटाकर 23.90 रुपये करने और पैकिंग में उपलब्ध प्याज की कीमत को 27.90 रुपये से घटाकर 25.90 रुपये करने पर सहमत हो गई।