Sunday, November 24, 2024
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जल स्तर में गिरावट, हो सकता है जल संकट

कानपुर नगर, जन सामना संवाददाता। गंगा का जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है जिससे आने वाले समय में शहर को पानी की समस्या से जूझना पडेगा। मौजूदा हालातों में भी पानी की कमी महसूस की जाने लगी है वहीं कई क्षेत्रों में गंदे पानी सप्लाई की समस्या बढ़ गयी है। हालत यही रही तो आने वाले कुछ ही दिनों में ड्रेजर मशीन द्वारा भी पानी खींचना मुश्किल हो जायेगा, जिससे भैंरो घाट से जलापूर्ति ठप्प भी हो सकती है। भैरोंघाट पंपिग स्टेशन से शहर को प्रतिदिन 20 करोड लीटर पानी की सप्लाई होती है। वहीं जलकल महाप्रबंधक आरपी सिंह सलूजा ने सिचाई विभाग को पत्र लिखकर बैराज से गंगा में पानी छोडने की गुजारिश की थी। गंगा का जल स्तर बीते दिनों एक फिट तीन इंच गिरने से गंगा की मुख्य धारा भैरोघाट पंपिंग स्टेशन से और दूर हो गयी। फिलहाल जलापूर्ति के लिए जलकल विभाग प्रयासरत है लेकिन यदि दो-चार इंच और जल स्तर में गिरावट आती है तो समस्या गंभीर हो जोगी और ऐसे में भैरोंघाट से पानी की आपूर्ति ठप्प हो जायेगी। बताया जाता है कि भैरोघाट पंपिंग स्टेशन के पास गंगा का जल स्तर 356.5 फिट से नीचे नही होना चाहिए। यदि सिचाई विभाग द्वारा गंगा बैराज से पानी छोडा जाये तो हालात में कुछ सुधार हो सकता है।
लो प्रेशर व गंदे पानी से जनता परेशान
गर्मी से पहले ही शहर में पानी की किल्लत शुरू हो गयी है। सरकारी हैण्ड पंप खराब पडे है। नलो में प्रेशर नही है, कई इलाको में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। लोगो की माने तो पानी इतना गंदा होता है कि पीना तो दूर, अन्य किसी काम में भी प्रयोग में नही लाया जा सकता। खलासी लाइन, परमट, ग्वालटोली, सूटरगंज, अहिराना सहित, चमनगंज, बाबू पुरवा जैसे कई क्षेत्रों में लगातार गंदा पानी आ रहा है। यहा लोगो की माने तो पीने के पानी को लेकर समस्या बढती जा रही है। क्षेत्र में लगे हैण्डपंप की ज्यादातर खराब पडे है ऐसे में परेशानी और बढ गयी है।
पानी की समस्या से जूझ रहे लोग
गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन के आस-पास न तो हैण्डपंप है और न ही सरकारी नल जिसके कारण यहां के लोगो को पानी के लिए परेशान होना पडता है। लोगो ने बताया कि क्षेत्र में जो हैंडपंप लगा है वह अरसे से खराब है। लोग पार्षद से भी मिल चुके है लेकिन समस्या का समाधान नही हुआ। अब गर्मी भी बढ रही है। लोगों को दुकानों से पानी खरीदकर पीना पड रहा है। यात्रियों को तीन रू0 में पानी का पाउच बेंचा जा रहा है। स्टेशन होने के कारण यात्रियों का भी आवागमन होता है लेकिन आधा किलोेमीटर तक न तो कोई हैंडपंप है और न ही सरकारी नल ऐसे में लोगों को पीने के पानी की समस्या का समाना करना पडता है।