चिकित्सा जगत में भारी शोकःगांव में किया गया अन्तिम संस्कारःशोक प्रकट करने वालों का लगा तांता
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। शहर के प्रमुख युवा समाजसेवी एवं तिवारी कोल्ड स्टोरेज के संचालक पवन तिवारी के छोटे भाई एवं मथुरा रोड पर ओढ़पुरा बिजलीघर के पास स्थित तिवारी हाॅस्पिटल के संचालक डॉ. हरिओम तिवारी का बीती रात्रि को अचानक हृदय गति रुक जाने से अल्पायु में ही निधन हो जाने से भारी शोक की लहर दौड़ गई है और उनके तमाम समर्थक, शुभचिंतक, परिजन व रिश्तेदार सभी शोक में डूब गए हैं।
जानकारी के मुताबिक कस्बा मुरसान से इगलास रोड स्थित गांव गंगा गढ़ी के मूल निवासी एवं शहर के साकेत कॉलोनी निवासी समाजसेवी विजय तिवारी के पुत्र एवं युवा समाजसेवी पवन तिवारी कोल्ड स्टोरेज संचालक के छोटे भाई डॉ. हरिओम तिवारी युवा सर्जन एवं जनरल फिजिशियन के रूप में पढ़ाई कर शहर के मथुरा रोड पर ओढ़पुरा बिजलीघर के पास हॉस्पिटल खोला था। जिसका शुभारंभ पिछले वर्ष 12 अप्रैल को हुआ था और डॉ. हरिओम तिवारी द्वारा 9 अप्रैल को भी अपने हॉस्पिटल पर रोजाना की तरह सुबह से लेकर शाम तक मरीजों को देखा गया और देर शाम जब घर पहुंचे तो उन्हें अचानक सीने में दर्द की शिकायत हुई। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत होने पर तत्काल परिजनों द्वारा उपचार हेतु मथुरा के नयति हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन उपचार से पूर्व ही उनका अल्पायु में निधन हो गया और नयति के चिकित्सकों ने भी उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वरिष्ठ युवा चिकित्सक डा. तिवारी के निधन की खबर से परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई और पूरा परिवारशोक व गम में डूब गया। डा. हरिओम तिवारी के निधन की सूचना पाकर उनके तमाम समर्थकों में भी भारी शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन की सूचना पाकर उनके गांव में शोक व्यक्त करने के लिए तमाम लोगों का तांता लग गया है तथा डॉ. हरिओम तिवारी का आज अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया। जिसमें सभी वर्गों के तमाम लोग शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि डॉ. हरिओम तिवारी बेहद मृदुभाषी एवं सरल स्वभाव के थे तथा मरीजों से बिल्कुल अपनों की तरह मिलते थे और उनकी पीड़ा को पूछ कर उन्हें उचित उपचार व परामर्श देते थे। इसके अलावा सबसे खास बात यह थी कि वह किसी भी मरीज पर पैसे के लिए अनावश्यक दबाव नहीं बनाते थे और कम से कम खर्च में ही उपचार व्यवस्था देने की कोशिश करते थे। यही कारण है कि उन्होंने कुछ ही समय में पूरे जिले के अंदर अपना नाम रोशन कर दिया था और बड़ी दूर दूर से उनके पास मरीजों का आना जाना रहता था। डा. हरिओम तिवारी युवा समाजसेवी पवन तिवारी कोल्ड वालों के छोटे भाई थे। गांव गंगा गढ़ी निवासी समाजसेवी एवं किसान विजय तिवारी के तीन पुत्रों पवन तिवारी, हरिओम तिवारी व आशुतोष तिवारी हैं। जिसमें डॉ. हरिओम तिवारी उनके दूसरे नंबर के पुत्र थे।
जानकारी के मुताबिक डॉ. हरिओम तिवारी का लगभग 5 वर्ष पूर्व विवाह अलीगढ़ से हुआ था और उनके हॉस्पिटल का आगामी 12 अप्रैल को वार्षिकोत्सव है।