सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। जहां कोराना वायरस के हमले से बचाव के लिए सरकार और प्रशासनिक अधिकारी लोगों को जागरूक करने तथा बचाव के उपाय बताने के लिए कमरतोड मेहनत में जुटे है। वहीं गांव टिकारी में स्थित पीएचसी का चिकित्सक नशे में धुत होकर आराम फरमाता है। यदि ग्रामीण दवा लेने आए तो गालियां देता है। इसकी शिकायत पर तहसीलदार ने चिकित्सक को मौके पर नशे में देखकर विभागीय कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अपनी रिपोर्ट अग्रेसित की है।
शुक्रवार केा तहसीलदार निधि भारद्वाज ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने तथा लाॅक डाउन का उलंघन न करने की अपील करते हुए गांव टिकारी पहुंची तो वहां ग्रामीणों ने शिकायत की कि गांव में स्थित पीएचसी में तैनात डा. के के करौलिया नशे की हालत में रहता हैं ग्रामीणों की शिकायत का गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार ने पीएचसी का औचक निरीक्षण किया तो वहां मौजूद चिकित्सकी हालत देखकर वह दंग रह र्गईं। चिकित्सक तहसीलदार की किसी बात का जबाव नहीं दे सके। यहां तक कि चिकित्सक इतने नशे में थे कि उनको खडा होने का कहा गया तो वह खडे भी नहीं हो सके। तहसीलदार ने डा. की इस हालात को देखते हुए विभागीय कार्रवाई करने के लिए संबधित अधिकारियों को अवगत कराया और अपनी रिपोर्ट को उच्चाधिकारियों को अग्रेसित किया। साथ ही पुलिस बुलाकर चिकित्सक को पीएचसी से कोतवाली भिजवाया। समाचार लिखे जाने तक चिकित्सक कोतवाली में बैठा था।