टूंडला/फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। तहसील बार ऐसोसिएशन के अधिवक्तागणों तहसील में कार्यरत बैनामा लेखक, स्टांप बेंडर, फोटोग्राफर आदि की सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुये एक ऑनलाइन कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से बैठक की गयी।
बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा दिनांक 15 अप्रेल के संज्ञान के आधार पर सरकार द्वारा दिनांक 16 अप्रेल से प्रदेश के सभी निबंधन कार्यालयों में विलेखों का पंजीकरण कार्य ऑन लाइन प्रणाली द्वारा संचालित कराने के आदेश जारी कर दिये हैं। उक्त आदेश के सम्बन्ध में बार के समस्त अधिवक्तागण व बैनामा लेखक आदि द्वारा घोर विरोध करते हुये कार्य न करने के सम्बन्ध में अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए, यहां यह भी उल्लेखनीय है कि तहसील के बगल में एक गांव प्रतापपुर है जो कि कोरोना जैसे संक्रमण के कारण हॉट-स्पॉट घोषित है तथा तहसील के आस-पास का क्षेत्र भी कोरोना महामारी के कारण अति संवेदनशील क्षेत्र प्रशासन द्वारा पूर्व में घोषित किया जा चुका है।
अतः जनहित एवं कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी, अधिवक्ता बैनामा, लेखक, स्टाम्प वेंडर, फोटो स्टेटकर्मी आदि के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुये सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि तहसील के समस्त अधिवक्तागण व बैनामा लेखक भारत सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन आदेश के खुलने के बाद ही उक्त कार्यालय में निबंधन कार्य कर सकेंगे तथा वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जो दस्तावेज पंजीकरण के बारे में व्यवस्था की गयी है, उसका हम समस्त अधिवक्तागण व बैनामा लेखक व स्टाम्प बैंडर व फोटोग्राफर, टाइपराइटर व मुंशी आदि घोर विरोध करते हैं। बैठक की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधाकर उपाध्याय एडवोकेट द्वारा की गयी तथा संचालन महासचिव रविन्द्र सिंह एडवोकेट द्वारा किया गया। वहीं शनिवार को फिरोजाबाद तहसील में तहसील बार एसोसिएशन सदर के समस्त अधिवक्ताओं, दस्तावेज लखक, स्टाम्प बिक्रताओं की आनलाइन कांफ्रेसिंग की गई। इस दौरान तहसील बार एसोसिसेशन के अध्यक्ष योगेश चन्द्र सागर, राजेश चन्द्र गोरख, विजेन्द्र सिंह यादव, सुरेश चन्द्र बघेल, शिवमोहन शर्मा, निरंजन सिंह निषाद, प्रबीन्द्र कुमार बघेल, शिशुपाल सिंह, देवेन्द सिंह, श्यामसुन्दर वर्मा, अजय चन्द्र वर्मा।