अधिकारियों कर्मचारियो लगाई लताड, एडीओ पंचायत को दी प्रतिकूल प्रविष्टि
सासनी, हाथरस, जन सामना ब्यूरो। तहसील का औचक निरीक्षण करने आए कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा ने तहसील में अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही और उदासीनता के कारण तहसील में पसरी गंदगी और टूटे किबाड अलमारी आदि को देखकर नाराजगी जताई। एडीओ पंचायत को उनके कार्य में थिथिलता बरतने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी।
कमिश्नर सुभाष चंद शर्मा जैसे ही तहसील परिसर में आए तो अधिकारियों और कर्मचारियों क हाथ पांव फूल गये। सभी अपने काम छोडकर आव भगत में लग गये। मगर कमिश्न ने तहसील का बारीकी से निरीक्षण किया सबसे पहले उन्होंने विकास खंड परिसर का निरीक्षण किया जहां विकास खंड आफिस सामने पार्क में लगे नल को चलवाकर देखा कि पानी आ रहा हैं या नही। नल ठीक निकला मगर वहीं एक बना कमरा जिसे शौचालय का रूप दिया गया था। गंदगी पसरी होने के कारण नराजगी जताई वहीं एक कमरे में वर्षों से लगे ताले को देखकर तथा एक अन्य कमने में रखी शौचालयों की नई शीटों को देखकर नाराजगी जताई एडीओ पंचायत वीरेन्द्र कुमार से पूछा कि यह शीट प्रयोग में क्यों नहीं लाई गई तो जबाब नहीं दे सके। इसके साथ ही विकास खंड परिसर में बनी नालियां मिट्टी भर जाने से अट गई। उनकी सफाई के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम ओमवीर सिंह को निर्देश दिए कि इन्हें शीध्र साफकिया जाए। चाहे नगर पंचायत कर्मचारी ही क्यों न लगाने पडें गत वर्ष विकास खंड परिसर में जल भराव की निकासी के लिए बनाई गई नाली को मिट्टी से भरा देखकर नाराजगी जताई। वहीं विकास खंड परिसर में एक वकील द्वारा अपना विस्तर लगाने पर भी नारजगी जताई। उन्होंने कहा कि विकास खंड के मुख्य द्वार और तहसील परिसर के मुख्य द्वार पर वकीलों के लगे विस्तर को हटाने के निर्देष दिए। वहीं रजिस्ट्रार आॅफिस के निकट एक टिनसेट में खडी वकील की कार को शीध्र हटाने के निर्देश देते हए एसडीएम की क्लास लगा दी। कि उनके रहते यहां वकीलों द्वारा अनुशासनहीनता बरती जा रही हैं और अतिक्रमण बढाए जा रहे है। कमिश्नर ने एडीओ पंचायत के कार्य में थिथिलता बरतने पर प्रतिकूल प्रविष्टिी दे दी। वहीं निजी कार्यों के लिए तहसील परिसर में खतौनी निकलवाने आए किसानों की भीड में खडे हो गये और मौजूद संविदा कर्मचारी द्वारा पंद्रह रूपये की जगह बीस रूपये वसूलने पर उसकी खिंचाई कर दी। बाद में संग्रह कार्यालय में पहुचंने पर जब उन्होंने रिकार्ड रखी अलमारी खोलने को कहा तो अलमारी का एक दरवाजा गिर गया। जिसे लेकर कमिश्नर ने मौजूद कर्मचारी को तलाड लगा दी। वहीं उन्होंने तहसील परिसर और विकास खंड परिसर में बने शौचालयों का निरीक्षण किया । शौचालयों पर नाम अंकित न होने पर एसडीएम पर नाराजगी जताते हुए शीध्र ही पेंटर बुलाकर शौचालय आदि लिखवाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने आरके तथा नायब नाजिर की क्लास लगाते हुए पूछा कि सरकार द्वारा भिजवाए गये कंबल कितने बांटे है। इस पर आरके और नायब नाजिर द्वारा बताया गया कि आचार संहिता लगने के कारण कंबल नहीं बांटे गये है। इस पर उन्होंने नारजगी जताई। तो कर्मचारी और अधिकारी जबाव नहीं दे सके। उन्होंने सभी अधिकारियेां और कमचारियों को मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि कहीं भी काम में कोई हीला हवाली बरती गई तो उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी। इसी बीच कुछ ग्रमीणों ने अपनी समस्याआंें को रखा तो उन्होंने अधिकारियों को शीध्र ही समस्या निस्तारण के निर्देश दिए। कमिश्न के जाने के बाद ही अधिकारियों ने चैन की सांस ली। इस दौरान एसडीएम तथा अन्य कर्मचारी अधिकारी मौजूद थे।