हाथरस, नीरज चक्रपाणि।सादाबाद के पूर्व सपा विधायक देवेन्द्र अग्रवाल ने अपने भाई, पुत्र व निजी सचिव सहित सीजेएम की अदालत में समर्पण कर दिया। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
ज्ञात हो कि विधानसभा चुनावों में 11 फरवरी को हुए मतदान से पूर्व चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सादाबाद विधानसभा क्षेत्र के कस्बा मानिकपुर में सपा-बसपा समर्थकों में हुए खूनी संघर्ष व हमले में बसपा नेता पुष्पेन्द्र शर्मा उर्फ पुष्पे निवासी गांव जारऊ सादाबाद की गोली लगने से जहां मौत हो गई थी वहीं हमले में पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिरागवीर उपाध्याय सहित कई लोग घायल हो गये थे। घटना की रिपोर्ट कोतवाली सादाबाद में मृतक पुष्पे के पिता रामहरि शर्मा ने दर्ज करायी थी, जिसमें सपा के पूर्व विधायक देवेन्द्र अग्रवाल, उनके बडे भाई राकेश अग्रवाल, पुत्र चन्दन अग्रवाल, भतीजे अतुल अग्रवाल, पीए दीप वाष्र्णेय आदि को नामजद किया गया था।
उक्त मामले में नामजदगी के बाद पुलिस नामजदों की गिरतारी हेतु लगातार दबाब बना रही थी और इगलास सीओ पंकज श्रीवास्तव भी अपनी टीम के साथ गिरतारी हेतु दबिशें दे रहे थे। वहीं नामजद लोग हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाकर मदद की गुहार में लगे थे लेकिन उन्हें वहां से कोई राहत नहीं मिली, जबकि पुलिस ने इनके घरों पर कुर्की नोटिस भी चस्पा कर दिये थे।
उक्त मामले में हाईकोर्ट को नामजदों द्वारा दिये गये आश्वासन के बाद नामजद पूर्व विधायक देवेन्द्र अग्रवाल, उनके बडे भाई राकेश अग्रवाल, पुत्र चन्दन अग्रवाल व पीए दीप वाष्र्णेय द्वारा आज मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी (सीजेएम) गौरव कुमार की अदालत में समर्पण कर दिया। कोर्ट ने समर्पण के बाद सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।