फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। थाना रसूलपुर क्षेत्रांर्गत हुए एक दर्दनाक हादसे के दौरान दो निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई। निर्माणाधीन मकान की दीवार ढहने से यह हादसा हुआ। घटना की सूचना मिलने पर नगर विधायक सहित अन्य दलों के नेता भी मौके पर पहुंचे। रसूलपुर क्षेत्र अन्तरगत मौहम्म्मदपुर चौकी निवासी हाजी अफसर के मकान का निर्माण कार्य किया जा रहा था। हाजी अफसर के मकान के नीचे बेसमेंट बनवाने के इरादे से खुदाई कराई जा रही थी। खुदाई के लिए कई मजदूर लगे हुए थे। खुदाई का ठेका रामगढ़ क्षेत्र जाटवपुरी निवासी जलालउद्दीन ने लिया था। खुदाई के कार्य में ठेकेदार द्वारा अपना 18 वर्षीय पुत्र समीर को भी लगा रखा था। आज सुबह खुदाई के दौरान हाजी अफसर के भाई जाविद के मकान की दीवार अचानक भरभरा कर खुदाई कर रहे मजदूरो के ऊपर गिर गयी। मलवे में ठेकेदार का पुत्र समीर, के साथ खुदाई में लगा थाना रामगढ़ क्षेत्र के बडा मिर्जा का नगला निवासी 30 वर्षीय रविन्द पुत्र गौरी शंकर भी दब गया। दीवार गिरने की आवाज सुनकर मौके पर लोगो का हुजूम लग गया। उन्हीं में से किसी ने घटना की जानकारी इलाका पुलिस को दी। दीवार गिरने से मजदूरो के दबे होने की जानकारी होने पर कई थानो का फोर्स मौके पर पहुच गया। जहां सीओ नगर के साथ एसपी सिटी संजीव वजपेयी के साथ नगर मजिस्टेट के साथ -साथ नगर विधायक मनीष असीजा, बसपा प्रत्याशी खालिद नसीर भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने दोनो ही मजदूरों के शवों को मलबे से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया।
दो घंटे तक ईटों के ढेर में दबे रहे श्रमिक
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो बेसमेंट की खुदाई कर रहे निर्माण श्रमिक दीवार गिरने के बाद लगभग दो घंटे तक ईटों के नीचे दबे रहे। सूत्रों के मुताबिक लगभग पौंने बजे जब विभिन्न थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा उसके बाद ही श्रमिकों के शव बाहर निकाले गए।
शुरू में मामले को खुर्द-बुर्द करने की थी तैयारी
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो दीवार ढहने के बाद उसके नीचे दो श्रमिक दबे होने की बात मौके पर मौजूद ठेकेदार एवं भवन स्वामी को पता चल गई थी। लेकिन इसके नीचे कोई नहीं दबा अथवा आवारा किस्म का युवक दब गया होगा। इस तरह का वार्तालाप लोगों ने सुना।