Saturday, November 23, 2024
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स्पर्श गंगा ने दो गाड़ियां कोविड 19 राहत सामग्री गंगा किनारे के क्षेत्रों के लिए रवाना की

हरिद्वार। कोरोना की दूसरी लहर जिसमें संपूर्ण विश्व के साथ साथ भारत भी लड़ रहा है, इस जानलेवा महामारी ने पूरे देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़कर रख दी है कोविड की दूसरी लहर में अगर कोई सबसे अधिक प्रभावित रहा है तो वह सामान्य व्यक्ति है जो रोज की कमाई से अपना जीवन यापन करता है जीविका चलाने के इस संकट के समय में एक सार्थक पहल के साथ आगे आया स्पर्श गंगा। स्पर्श गंगा पिछले ढेड़ महीने से लगातार लोगो की मदद कर रहा है।
स्पर्श गंगा अपने सेवा के मिशन स्पर्श गंगा पहुँचा आपके द्वार के तहत जरूरत मन्द लोगो की मदद कर रहा है। स्पर्श गंगा के सदस्यों ने रक्तदान करके अनेक लोगो की मदद की है। तथा हेल्पलाइन नम्बर के माध्यम से कोरोना पीड़ितों को बैड, दवाइयां, आक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर दिलावाने में सहायता की है जन जागरूकता अभियान के तहत हजारों की संख्या में मास्क, सेनिटाइजर लोगो मे वितरित किया है वेक्सीनेशन के लिए जागरूक किया है ज्ञात हो कि स्पर्श गंगा ने पिछले साल के लॉकडाउन में हजारों मास्क सैनिटाइजर तैयार भोजन के साथ-साथ कच्चा राशन हजारों घरों तक पहुंचाया था। अपने उन्हीं प्रयासों को स्पर्श गँगा ने इस वर्ष के कोरोना काल में भी जारी रखा है स्पर्श गँगा की ओर से निरंतर जरूरतमंद लोगों तक खाना और कच्चे सामान की राशन की किट पहुंचाई जा रही है।
स्पर्श गंगा की राष्ट्रीय संयोजिका आरुषि निशंक के सहयोग से स्पर्श गंगा सेवा कार्य निरंतर युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है और अब गँगा तट से जुड़े दूर क्षेत्रों में भी दो गाड़ियों में कम्बल, दरियां, मास्क, सैनिटाइजर, कच्चा राशन, बिस्कुट भिजवाया जा रहा है। राहत सामग्री की गाड़ियों को हरी झंडी गन्ना मंत्री उत्तराखंड सरकार स्वामी यतीश्वरानंद के दुवारा दिखाई गई। इस अवसर पर गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि भले ही कोरोना ने हमें एक दूसरे से दूर रहने को मजबूर किया हो किंतु मानव की मानव के प्रति सोई हुई संवेदना को फिर से जगाया है और प्रत्येक व्यक्ति का हाथ एक दूसरे की सहायता के लिए आगे बढ़ा है। इस कार्य में स्पर्श गँगा ने अविस्मरणीय योगदान दिया है। स्पर्श गंगा ने मानव की मानव के प्रति संवेदना के उच्चतम शिखर को छुआ है। कार्यक्रम सयोजक आशु चौधरी व पुनीत चौधरी ने कहा कि स्पर्श गंगा ने पिछले कोरोना काल में भी सराहनीय कार्य किए और इस बार भी बिना अपनी जान की परवाह किए बगैर स्पर्श गंगा का प्रत्येक कार्यकर्ता एक योद्धा की भांति मानव सेवा के कार्य में लगा है। रीमा गुप्ता ने कहा कि यह सामग्री स्पर्श गंगा के स्वयं सेवियों द्वारा मां गंगा के तट पर रहने वाले जरूरतमंद लोगों तक पहुँचाई जाएगी सभी से मानवता की अपील करते हुए कहा कि संवेदशील बनें मदद के लिए आगे आएं अपने आसपास के जरूरमन्दो के साथ खड़े रहें हमे मिलकर ही कोरोना को हराना होगा, अनूप डुकरान, मिथलेश शर्मा, रेणु शर्मा, रीमा गुप्ता, मन्नू रावत ,रश्मि चौहान, कमला जोशी, बिमला ढोडियाल, मा.धर्मेंद्र चौहान, हेमा बिष्ठ, प्रतिभा चौहान, सीमा गोयल, रजनी वर्मा, चेतन चौधरी, रॉबिन चौहान, अमित राठी, देश दीपक, हिमांशु के सहयोग से हुआ।