न्यूट्रोबोलिज्म पर प्रथम अंतरराष्ट्रीय सेमिनार संपन्न
मुम्बई। मोटापे और डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए कुशल पोषण प्रबंधन ही कारगर उपाय है। उचित पोषण के माध्यम से सेहतमंद रहने के तरीके को बढ़ावा देने और मोटापे व डायबिटीज के बढ़ते रोग को रोकने संबंधी विषयों पर एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार यहाँ मुंबई में पवई स्थित रेनासंस होटल में संपन्न हुआ। सुप्रसिद्ध न्यूट्रोबाॅलिस्ट डॉ शशांक शाह और एलओसी की पहल पर आयोजित यह प्रथम न्यूट्रीबोलिज्म इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑनलाइन हुई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे सहित देश-विदेश से अनेक पोषण विशेषज्ञों ने इसमें अपनी महत्वपूर्ण विचार पेश किए। 11 व 12 सितंबर को पवई के रेनासेन्स कन्वेंशन सेंटर से संचालित इस कार्यक्रम में तकरीबन 800 प्रतिनिधियों व 45 फैकल्टी की भागीदारी रही। मंचस्थ एलओसी के फाउंडर डायरेक्टर व देश के अग्रणी बैरियाट्रिक सर्जन शशांक शाह व डॉ पूनम शाह, इंडियन डाइबिटीज एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जगमीत मदान व एनवायरमेंटल फोरम ऑफ इंडिया की फाउंडर सुनेत्रा अजित पवार की उपस्थिति में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने वर्चुअली भागीदारी की। टोपे ने कहा कि यह कांफ्रेंस लोगों के स्वास्थ्य हेतु उपयोगी कदम है। आयोजको के हेल्थ व डायट टिप्स इनिशिएटिव की मैं सराहना करता हूँ। राधिका शाह ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी।
सुनेत्रा पवार ने इस अवसर पर एस वी टी कॉलेज व एलओसी के सहयोग से चलाए जाने वाले कोर्स फेलोशिप इन स्पेशलाइज्ड बैरियाट्रिक न्यूट्रिशन का उद्घाटन किया।
एलओसी की फाउंडर डायरेक्टर व बैरियाट्रिक सर्जरी में नामचीन डॉ पूनम शाह ने कहा कि हमें गर्व है कि हमने देश मे बैरियाट्रिक न्यूट्रिशन को इंट्रोड्यूस किया है।
कार्यक्रम में डॉ राधिका शाह को आनरेरी फेलोशिप के साथ आईडीए मुंबई कन्वेनर जमरूद पटेल, पुणे कन्वेनर शिल्पा शिरोले, सचिव शिल्पा जोशी, डॉ मीना मेहता, नाजनीन हुसैन, पल्लवी पाटणकर, डॉ पल्लवी शाह, आलाप जावड़ेकर, गीता शाह आदि का सम्मान भी किया गया।