फिरोजाबाद। कांग्रेस जिला अल्पसंख्यक विभाग के जिलाध्यक्ष वकार खालिक के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा है। जिसमें त्रिपुरा राज्य में वकीलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों पर गैर कानूनी तरीके से यूएपीए के तहत लगाए गए फर्जी मुकदमों को वापिस लेने की मांग की गई है।वकार खालिक ने कहा कि त्रिपुरा के राज्य प्रायोजित मुस्लिम विरोधी हिंसा को उजागर करने वाले वकीलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों पर गैर कानूनी तरीके से यूएपीए के तहत लगाए गए फर्जी मुकदमों को हटाने के लिये कांग्रेस पार्टी अपनी आवाज बुलंद करने का काम करेगी। महानगर अध्यक्ष हाजी साजिद बेग ने कहा कि पिछले दिनों ही त्रिपुरा में मुस्लिम समाज की इबादतगाहों और संपत्तियों पर आतंकवादी संगठनों ने हमले किये। जिसमें दर्जनों मस्जिदों, मजारों और दुकानों को क्षति पहुंची। इन हमलों को राज्य की बिप्लव कुमार देब सरकार का पूरा संरक्षण प्राप्त था। इसीलिए दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं की गयी। प्रदेश सचिव शैलेन्द्र शर्मा ने कहा अब इन आतंकी घटनाओं को देश के सामने अपनी जाँच के जरिये लाने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकीलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों पर भी राज्य सरकार ने यूएपीए के तहत फर्जी मुकदमे दर्ज कर दिये हैं। जो सच्चाई को दबाने का आपराधिक कृत्य है। यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष चाँद कुरैशी ने कहा कि राष्ट्रपति अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए त्रिपुरा सरकार को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एहतेशाम हाशमी, अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव, अधिवक्ता अंसार इंदौरी, नागरिक अधिकार संगठन पीयूसीएल के अधिवक्ता मुकेश, पत्रकार श्याम मीरा सिंह पर लगाए गए यूएपीए के फर्जी मुकदमों को तत्काल वापस लेने का निर्देश दें। सेबादल नगर अध्यक्ष लाला राईन गांधी ने कहा आज देश का संविधान और संविधान द्वारा दी गई आजादी खतरे में है। इसी प्रकार चलता रहा तो देश को काफी नुकसान पहुंचेगा। ज्ञापन देने वालों में जिला अल्पसंख्यक सचिव मोहम्मद कैफ, जिला सचिव गुफरान अंसारी अजीम खान, इसरार अहमद आदि कर्यकर्ता मौजूद रहे।