Wednesday, November 27, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » आजादी का अमृत महोत्सव के अंतिम दिवस पर प्रभात फेरी एवं साईकिल रैली का आयोजन

आजादी का अमृत महोत्सव के अंतिम दिवस पर प्रभात फेरी एवं साईकिल रैली का आयोजन

बेटा-बेटियों के बीच अन्तर मिटाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम किये जा रहे हैं–मोनिका गौत
हाथरस। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशन में जनपद न्यायाधीश मृदुला कुमार के आदेशानुसार ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के अंतिम दिवस पर प्रभात फेरी एवं साईकिल रैली डा0 लकी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सादाबाद, चेतना सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस व वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश कुमार शर्मा एवं दौलतराम बारह सैनी इण्टर कालेज की प्रधानाचार्य डा0 रामनिवास दुबे एवं अन्य अध्यापकों की उपस्थिति में स्कूल के छात्र/छात्राओं द्वारा निकाली गई। इसके अतिरिक्त क्रिकेट प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।इसके उपरान्त ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के तत्वाधान में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, हाथरस में एक विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन डा0 लकी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सादाबाद की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस की सचिव चेतना सिंह, महिला कल्याण अधिकारी,  मोनिका गौतम, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश कुमार शर्मा, डायट के प्रभारी प्राचार्य  वीरपाल सिंह, डा0 सरिता वर्मा,  देवराज सिंह,  राजकिशोर सिंह यादव,  कुलदीप चरणजीत सिंह,  कृष्णगोपाल, उमा कुमारी गौतम,  अर्चना, प्रवक्तागण आदि की उपस्थिति में डा0 लकी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सादाबाद ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सर्वप्रथम माॅ सरस्वती को माल्यार्पण किया गया तदोपरान्त स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री  जवाहरलाल नेहरू  को बाल दिवस के अवसर पर माल्यार्पण कर उपस्थित जन को उनके कार्यकाल एवं क्रियाकलापों के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। इसके बाद उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। हम आजादी शिक्षा से ही प्राप्त कर सकते है। शिक्षा व अधिकार का महत्वपूर्ण सम्बन्ध है। जब हमें ज्ञान होगा तभी हम अपने अधिकार के प्रति आवाज उठा सकतें है तथा लाभ प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि हम शिविरों के माध्यम से जन-जन को कानून के प्रति साक्षर कर रहे है, जिससे कोई भी व्यक्ति अनभिज्ञता के कारण अपने अधिकारों से वंचित न रह जाये।चेतना सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस ने अपने वक्तव्य में कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दिनांक 02.11.2021 से 14.11.2021 तक गाॅव-गाॅव, शहर-शहर, मौहल्ला, बस्तियों, आदि स्थानों पर जनता को पम्पलेट्स के माध्यम से, शिविरों के माध्यम से प्राधिकरण के उद्देश्यों की जानकारी उपलब्ध करायी गयी। इसका प्रमुख उद्देश्य यही है कि कोई भी व्यक्ति जानकारी के अभाव में या पैसे के अभाव में अथवा अन्य किसी कारण से न्याय पाने से वंचित न रह जाये। प्राधिकरण का कार्य लोक अदालतों का आयोजन कराना एवं पात्र व्यक्तियों को विधिक सहायता उपलब्ध कराना मुख्य कार्य है। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी बताया कि वैवाहिक विवादों के निस्तारण हेतु ‘‘प्रीलिटिगेशन विशेष लोक अदालत’’ का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। जिसमें कोई भी पक्षकार अथवा नजदीकी रिश्तेदार एक प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के कार्यालय में दे सकता है, जिसमें दोनों पक्षों के मध्य समझा-बुझाकर समझौता कराया जायेगा, जो सिविल न्यायालय की डिक्री के समान बाध्यकारी होगा। मोनिका गौतम, जिला महिला कल्याण अधिकारी, हाथरस ने अपने वक्तव्य में कहा कि बेटा-बेटियों के बीच अन्तर मिटाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों हेतु कन्या सुमंगला योजना के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इसके अतिरिक्त घरेलू हिंसा, वन स्टाॅप सेन्टर, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना एवं मिशन शक्ति के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी।
हरीश कुमार शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता द्वारा अपने वक्तव्य में नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण, मानवाधिकार संरक्षण, उपभोक्ता संरक्षण, सड़क दुर्घटना तथा भ्रष्टाचार निरोधक ऐजेन्सीयों के वारे में जानकारी दी गई।प्रशिक्षु नेहा, तनू, रूबी, मौ0 हसीन तथा ज्ञान उपाध्याय आदि ने अपने-अपने वक्तव्य में बाल दिवस एवं मतदान के सम्बन्ध में अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये। अविनाश सिंह, शिक्षक द्वारा संगीतमयी प्रस्तुति की गयी तथा उत्साह पूर्वक भक्तिगीत भी प्रस्तुत किया गया। वीरपाल सिंह, स्वीप नोडल अधिकारी/प्रभारी प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, हाथरस के निर्देशन में निर्देशन में नोडल पर्सन डा0 सरिता वर्मा ने सभी प्रशिक्षुओं व उपस्थित जनों को लोकतंत्र की मर्यादा बनाये रखने हेतु निर्भीक होकर जाति, धर्म, वर्ग समुदाय, क्षेत्र व भाषा तथा अन्य किसी भी प्रकार के प्रभोभन से प्रभावित हुये बिना निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलायी। इसके अतिरिक्त उन्होंने अपने वक्तव्य में उपस्थित महानभावों का अभार व्यक्त करते हुये कहा कि इसके शिविर में प्राप्त जानकारियों को अपने परिवारजन एवं सगे सम्बन्धियों को भी दें, जिससे कोई भी व्यक्ति इन योजनाओं को लाभ प्राप्त कर सके।
विधिक साक्षरता शिविर का सफल संचालन डा0 सरिता वर्मा, प्रवक्ता द्वारा किया गया। संचालन करते हुये डा0 सरिता द्वारा उपस्थित जन को विधि के क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में एवं मतदान करने के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारियाॅ उपलब्ध करायी गयी।