सलोन/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। सलोन नगर स्थित रोजा खानकाह करिमियां नईमया मे वर्षों से चला आ रहा है।परंपरागत 344 उर्स में गागर की रस्म सज्जादा नशीन शाह अहमद हुसैन जाफरी की सरपरस्ती में हजारों की तादाद में मौजूद जायरीन की मौजूदगी में आयोजित हुआ।बीती रात रोशनी का आयोजन भी किया गया।रात में महफिल समा मे कव्वाली मे अवधी भाषा में कलाम पढ़े गए। इस मौके पर डॉक्टर जहीर हुसैन जाफरी हामिद जाफरी नसीर हुसैन जाफरी मंसूर जाफरी समेत तमाम जायरीन लोग मौजूद रहे।जाफरी ने बताया कि आने वाले जायरीनों के लिए ठहरने खाने पीने की व्यवस्था की गयी है।मजार को पूरी तरह सजाया संवारा गया है।
सलोन अप्र के अनुसार उर्स की विशेषता है कि यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों वर्ग के लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। इसके अलावा खानकाह में अवधी भाषा में रचित एवं हजरत शाह नईम द्वारा अता कलाम पढ़ा जाता है। शाह नईम अता की लिखी तमाम किताबें धरोहर के रूप में संजोयी गयी हैं।सूफी संत शाह नईम हमेशा हिंदू मुस्लिम एकता पर जोर देते रहे।