2011 मे हुई थी शादी,चौथी के बाद से ही शुरू हुआ विवाद
2013 मे दहेज व उत्पीड़न का दर्ज हुआ था मुकदमा,कोर्ट से गुजारा भत्ता के आदेश के बाद भी नही मिलता भत्ता
कानपुर दक्षिण। कानपुर की बर्रा एक निवासी सचिन उर्फ योगेन्द्र सिंह की पत्नी शिल्पी सिंह पुत्री हरबिन्द सिंह निवासी राठ जिला हमीरपुर ने बताया कि वर्ष 2011 मे उनकी शादी हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार हुई थी।शादी के कुछ दिनो बाद ही पति व ससुरालीजनों द्वारा प्रताड़ित कि जाने लगी। जिसके ससुराल से मायके मे रहने लगी। शिल्पी ने बताया कि वर्ष 2013 मे शिल्पी ने राठ थाने मे दहेज व उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया। जिसके कुछ समय बाद कोर्ट ने शिल्पी को ससुराल द्वारा गुजारा भत्ता देने का आदेश जारी किया था। शिल्पी ने बताया कि कोर्ट के आदेश होने के बावजूद दबंग ससुरालीजनों ने आज तक किसी भी प्रकार का कोई भी भत्ता नही दिया। वही दस साल की बेटी लिये कोर्ट कचहरी व थाने के चक्का काट रही । शिल्पी ने बताया कि बेटी को पालने मे आने वाले खर्च को पूरा न कर पाने के चलते वह आज अपने ससुराल व पति से भत्ते के विषय मे बात करने आई थी। पर ससुराल के लोगो ने अंदर से गेट बंद कर रखा है। और वह शाम से अपनी बच्ची को लेकर धर के बाहर बैठी है।साथ ही शिल्पी ने यह भी बताया कि वह गेट खुलने तक बाहर ही बैठी रहेगी।घटना के विषय मे बर्रा इंसपेक्टर दीनानाथ मिश्रा ने बताया कि घटना की जानकारी मिली थी। मौके पर कंट्रोल रूम की पुलिस पहुंची थी। और पीड़िता केा थाने बुलाया गया था पर वह अभी तक नही आई है।जॉच करवाता हूं,फिलहाल पीड़िता का मामला कोर्ट मे विचाराधीन है। उसे न्यायलय मे अपील करना चाहिये।