कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह ने विकास भवन के सक्षा कक्ष में ग्राम पंचायत सचिवों की एक दिवसीय आयेाजित प्रशिक्षण और कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय ग्राम स्वराज्य अभियान पंचायती राज के साथ ही ग्राम पंचायतों में वित्त एवं लेखा प्रबन्धन को भी भली भांति जाने। पंचायत बही तैयार करने में दोहरी प्रणाली प्राविष्ट डबल इन्ट्री प्रणाली के तहत उपचय आधार पर लेखा बही तैयार करनी चाहिए क्योकि एक सिंगल प्रविष्टि प्रणाली की आज के व्यापार जगत में कोई मान्यता नही है। पंचायतों में सार्वजिक आय और व्यय का लेखांकन किया जाता है इसके लिए बही प्रणाली लाभ परक है जिसमें पारदर्शिता वैज्ञानिकता, जबाबदेही निहित के साथ ही दोहरी प्रविष्टि पत्री के सभी गुण विद्धान हो। मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह ने कहा कि पंचायतों का लेखा रखना आवश्यक है क्योकि यह एक सार्वजनिक इकाई है इसमें पंचायत के सदस्य बदल सकते है। जबावदेही सरकार व अन्य लोगों को हिसाब देना है इस लिए लेखांकन को उचित रीति से रखना आवश्यक है। व्यक्तिगत खाते, वास्तविक खाते, नाम मात्र के खाते, लेखांकन प्रणाली के फार्मेंट की जानकारी के साथ ही कितने प्रारूप के रजिस्टरों का इस्तेमाल होता है जैसे कैशबुक, जर्नल बुल, रेजर, प्राप्ति के बाउचर, भुगतान के बाउचर, कन्टर बाउचर आदि के साथ ही सम्पूर्ण लेखाबही को भली भांति जाने। कम्प्यूटरीकृत लेखा प्रिया साफ्ट का प्रयोग किया जा रहा है। इसमें कई एडीओ पंचायत की प्रगति लक्ष्य के अनुरूप नही है अतः वह अपने कार्यो में आपेक्षित सुधार लाये। इसके अलावा अन्य बिन्दुओं पर भी चर्चा हुई।