कानपुर नगर। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद में संचालित उद्योगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारित करने के उद्देश्य से जिला उद्योग बंधु की बैठक आयोजित की गई और औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत ट्रिपिंग, जल भराव, अतिक्रमण हटाने पार्काे में ग्रीन बेल्ट स्थापित करने आदि की समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी विशाख जी0 द्वारा सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि उद्योगों के संचालन के सम्बन्ध में आने वाली विभिन्न विभागों से सम्बन्धित समस्याओं के त्वरित निदान हेतु समन्वयक के रूप में मुख्य विकास अधिकारी ध्यान दें।
औद्योगिक प्रतिनिधियों की नगर निगम से संबंधित समस्याओं के निदान हेतु उपायुक्त, जिला उद्योग केन्द्र को निर्देशित किया कि नगर आयुक्त की अध्यक्षता में प्रत्येक माह पृथक से बैठक आयोजित कराना सुनिश्चित करें।
आई0 आई0 ए0 द्वारा चौबेपुर फैक्ट्री एरिया में जलभराव की समस्या उठाई गई जिसके संबंध में जिलाधिकारी द्वारा परियोजना निदेशक एनएचएआई को निर्देशित किया गया कि नाला निर्माण हेतु स्टीमेट करते हुए प्रस्ताव तैयार कर एनएचएआई मुख्यालय को भेजना सुनिश्चित करें।
आईआईए कानपुर नगर द्वारा दादा नगर मुख्य मार्ग तथा दूसरी तरफ नाली निर्माण के जाने के संबंध में समस्या उठाई। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा नगर आयुक्त को निर्देशित किया गया कि उक्त स्थल की जांच कराकर नाली निर्माण किए जाने संबंध में आवश्यक कार्यवाही कर ली जाए।
मौसमः बच्चों की खांसी को नजरअंदाज न करें, जांच कराएं
मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव । मौसम में बदलाव आ रहा है। रात ठंडी होने लगी हैं, जबकि दिन में अभी भी मौसम में हल्की गर्माहट है। ऐसे मौसम में सर्दी जुकाम और खांसी के मरीज बढ़ जाते हैं। मौसमी बदलाव की चपेट में बच्चे ज्यादा आते हैं। ज्यादातर अभिभावक बच्चों की खांसी को मौसम का बदलाव या रात में पंखा चलाने को वजह मानते हैं, जबकि हकीकत में यह दिक्कत एलर्जी के कारण अक्सर होती है। यह टीबी का भी संकेत हो सकती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि बच्चों में टीबी का संक्रमण मिल रहा है, पहले से जागरूकता बच्चों को टीबी जैसे रोग से बचा सकती है। बदलते मौसम में बच्चों को एलर्जी या सर्दी खांसी हो जाती है। बारिश के दिनों में इम्युनिटी कमजोर होने के चलते बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी खांसी की समस्या बन जाती हैं। माता पिता इसे मौसम का बदलाव मानकर रात के ठंडे वातावरण को वजह मानते हैं, जबकि वास्तव में मौसम में आए बदलाव के कारण होता है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में ही इसे पहचान लिया जाए तो गंभीर समस्या होने से इसे रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि ज्यादा लंबे समय तक टीबी के लक्षण दिखने पर बच्चे की टीबी की जांच कराएं। इस मौसम में बैक्टीरिया काफी सक्रिय हो जाते हैं, जिसकी वजह से बच्चे जल्दी बीमारी की चपेट में आ जाते हैं, जो कभी भी टीबी का रूप ले सकती है।
Read More »जनपद स्थापना एवं विकास समिति के पदाधिकारियों ने पर्यटन मंत्री से की भेंट
फिरोजाबाद। आगामी फिरोजाबाद महोत्सव 2024 को और अधिक विशाल एवं भव्यता प्रदान किए जाने की मॉग को लेकर जनपद स्थापना एवं विकास समिति का एक प्रतिनिधि मंडल उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री ठा. जयवीर सिंह से मिला।
जनपद स्थापना एवं विकास समिति के अध्यक्ष द्विजेंद्र मोहन शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने आगामी फिरोजाबाद महोत्सव 2024 को भव्यता प्रदान किए जाने हेतु प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृत मंत्री ठा.जयवीर सिंह से मुलाकात की और आगामी फिरोजाबाद महोत्सव 2024 को और अधिक विशाल एवं भव्यता के साथ कराए जाने का अनुरोध किया। समिति के महासचिव उमाकांत पचौरी एडवोकेट ने मंत्री जी को अवगत कराया कि फिरोजाबाद जनपद का अभी तक गजेटियर प्रकाशित नहीं हो सका है समय रहते इसका गजेटियर प्रकाशन कराया जाए। फिरोजाबाद जनपद स्थापना के इतिहास एवं विकास के संदर्भ में स्मारिका का प्रकाशन कराए जाने की मांग की। साथ ही मैनपुरी एवं एटा की तरह फिरोजाबाद महोत्सव की आयोजन समिति में जनप्रतिनिधि एवं फिरोजाबाद जनपद की स्थापना से जुड़े वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ते हुए सहभागिता सुनिश्चित किए जाने की मांग रखी।
डीएम ने जनपद में कुपोषित बच्चों एवं टीकाकरण की जानी स्थिति
फिरोजाबाद। जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार की अध्यक्षता में जिला पोषण व जिला निगरानी समिति की एक बैठक कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में जनपद के सभी विकासखण्डों में कुपोषित बच्चों की स्थिति एवं टीकाकरण की स्थिति तथा वीएचएनडी के दौरान ई-कवच एप पर अपलोड की स्थिति आदि के बारे में जानकारी हासिल की।
जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने सभी एमओआईसी, बाल विकास परियोजना अधिकारी व सुपरवायजरों को निर्देश दिए कि वह एएनएम, आगनबाडी कार्यकत्रियों को लगाकर बच्चों का वनज, ऊॅचाई एवं टीकाकरण कराऐं और एप्प पर अपलोड कराऐं। बैठक के दौरान बाल विकास परियोजना एका में खराब प्रगति पाये जाने पर प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी एका का वेतन रोकने के निर्देश दिए। इसी प्रकार से अन्य परियोजना के समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि वह आगामी बैठक से पूर्व पोषण ट्रैकर एप्प पर प्रत्येक पैरामीटर का डाटा व गतिविधियों की तीन दिवस के अन्दर शत प्रतिशत फीड कराना सुनिश्चित करें। उन्होने सभी सीडीपीओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि नैफिड द्वारा प्राप्त टेक होम राशन को ससमय वितरण करें।
राम चरित्र व श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुन भक्तगण हुए भावविभोर
फिरोजाबाद। जीआर प्लाजा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने वामन अवतार, राम चरित्र, श्रीकृष्ण जन्म जन्मोत्सव की कथा का व्याखान किया।
कथा वाचक आचार्य मृदुल शास्त्री ने वामन अवतार की कथा का वाचन करते हुए कहा कि राजा बली की परीक्षा लेने के लिए भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया। उन्होंने राजा बली की यश शाला में पहुंचकर राजा बली से तीन पग भूमि दान में मांगी। राजा बली ने वामन भगवान को तीन पग भूमि देने का संकल्प लिया। तभी उनके गुरू शंकराचार्य आते है और उनसे कहते है कि ये राजन तुम जिन्हे तुम वटुक समझ रहे है। वह स्वयं भगवान विष्णु है। वह तुमसे तीन पग में सब कुछ छीन लेंगे। राजा बली गुरू की बात नहीं मानते हुए और तीन पग भूमि दान करने का संकल्प लेते है। वटुक भगवान एक पग में स्वर्ग लोक, दूसरे पग में पृथ्वी नाप लेते है। तब राजा बली से कहते है कि मैंने एक पग में स्वर्ग लोक, दूसरे पग में पृथ्वी को नाप लिया। तीसरे पग के लिए तुम्हारे पास कोई स्थान नहीं है। राजा बली कहते है भगवन तीसरा पग मेरे सिर पर रख दो। राजा बली की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु उन्हें अपनी भक्ति प्रदान करने का वरदान देते है।
राजकीय बाल गृह में बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभाएं
फिरोजाबाद। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष व जनपद न्यायाधीश हरवीर सिंह, सचिव यजुवेंद्र विक्रम सिंह एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी मिथिलेश कुमार सिंह के निर्देशानुसार जनआधार कल्याण समिति सचिव व निगरानी समिति सदस्य प्रवीन कुमार शर्मा की देखरेख में आवासित बच्चों व किशोरों के सर्वांगीण विकास हेतु राजकीय बाल गृह (बालक) में आयोजित सात दिवसीय चिल्ड्रन कार्निवाल-2023 के तीसरे दिन नृत्य प्रतियोगिता का अयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नवीन जैन, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अभिषेक सिंह, बाल कल्याण समिति सदस्य उग्रसेन पांडे और बाल गृह अधीक्षक आर.एस. यादव ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम में राजकीय बाल गृह के बच्चों ने एक बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतियां दी। अतिथियों ने बच्चों के नृत्य की सराहना करते हुए उनका उत्साह वर्धन किया।
विचार गोष्ठी में प्रिया ने मारी बाजी
शिकोहाबाद, फिरोजाबाद। बीडीएम गर्ल्स डिग्री कॉलेज में हिन्दी विभाग द्वारा प्राचार्या प्रोफेसर डॉ. गीता यादवेन्दु के निर्देशन में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय आधुनिक हिन्दी कविता में गाँधी दर्शन रहा।
कार्यक्रम संयोजिका हिन्दी विभागाध्यक्षा प्रोफेसर शशिप्रभा तोमर ने प्राचार्या का स्वागत पत्रिका मानस भेंट कर किया। छात्राओं ने गाँधी दर्शन को हिन्दी साहित्य के माध्यम से प्रासंगिक करते हुए विचारों को प्रस्तुत किया। वैष्णव जन तो तैने कहिये के माध्यम से छात्रा सीता ने सुमधुर गायन किया। आकांक्षा, अंजली, शिवानी, रौनक व एमए प्रथम वर्ष से आकांक्षा ने मनमोहक कविताएं गाँधी के तीन बन्दर पराधीन की बेड़ियां आदि की प्रस्तुति की। असिस्टेन्ट प्रोफेसर पल्लवी पाण्डेय ने नागार्जुन एवं भवानी प्रसाद मिश्र की कविताओं के माध्यम से गाँधी की एकजुटता एवं मानवतावाद को प्रस्तुत किया। अन्य वक्ताओं में असिस्टेन्ट प्रोफेसर प्रीति सिंह, असिस्टेन्ट प्रोफेसर दर्शना कुमारी रही। प्रतियोगिता में 30 छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
ब्रज का एक अद्भुत शिल्प है ’सांझी’
मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। मनवांछित फल पाइये जो कीजै इहि सेव, सुनौ कुंवरि वृषभानु की यह सांझी सांचौ देव। सांझी ब्रज का एक अद्भुत लोक शिल्प है। पितृपक्ष में सांझी कला का उत्सव भी मनाया जाता है। गांव से शहर तथा मठ मंदिरों तक कला जीवंत हो उठती है। वृन्दावन नगर के मंदिरों में फूलों से, रंगों से तथा पानी के ऊपर व पानी के नीचे कलात्मक सांझियां तैयार कीं जाती हैं। वृंदावन के राधाबलभ मंदिर, भट्टजी की हवेली, राधारमण, गोपीनाथजी (वल्लभ कुल) मंदिर, शाहजहांपुर वाले मंदिर, प्रियाबल्लभ कुंज व यशोदानंदन मंदिर आदि मंदिरों में सांझी मनोरथ की पुरानी परम्परा है जो आज तक की युवा पीढ़ी इस कला को निभाती चली आ रही है। सांझी शब्द सांझ से बना है। सांझ अर्थात शाम का समय अथवा संध्या जो ब्रज में प्रचलित है। भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित सांस्कृतिक पृष्ठभूमि होने के फलस्वरूप ब्रज क्षेत्र प्राचीन काल से ही विभिन्न लोक शैलियों का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। हस्तकला, संगीत, वास्तुकला, शिल्पकला इत्यादि उनमें प्रमुख हैं। लोकनायक भगवान श्रीकृष्ण का नाम कण कण में गूंजते ही लताओं से भरे उद्यान, यमुना नदी, नदी के तीर पर उनकी बाल लीलाओं के स्थल, ब्रज की पावन भूमि आज भी सभी दृश्य नैनों के समक्ष प्रकट होने लगते हैं। अष्टकोणीय आकृति होने से ब्रज के रसिक संतों ने तो इसे ‘वैष्णव-यंत्र’ तक कह डाला। 16वीं सदी में भक्ति आंदोलन के काल में इन कलाओं की व्यापक प्रगति हुई थी। इसका प्रमुख कारण था कि भारत के विभिन्न क्षेत्रों से भिन्न भिन्न कला में निपुण कला प्रेमी ब्रज में एकत्र होते थे। कृष्ण के प्रेम एवं भक्ति के परमानन्द में सराबोर भक्तों का यह प्रमुख केंद्र बन गया था। कृष्ण के प्रति भक्तों का स्नेह अपनी चरम सीमा में होता था। आज सिर्फ यहां लोग दर्शन करने, समय पास करने व साप्ताहिक छुट्टियां बिताने, आनन्द प्राप्ति व मनोरंजन के लिए ही आते हैं। मान्यता के अनुसार जब श्रीकृष्ण गौ चारण करके लौटे थे तो गोधूलि बेला में राधारानी गोपिकाओं के साथ मार्ग को विभिन्न प्रकार के पुष्पों से सजा देतीं थीं। जिसे देख श्रीकृष्ण तथा ग्वालों की मण्डली आनंदित होती थीं।
Read More »परमानन्द ही सर्व प्राप्ति का उपाय: आचार्य विशुद्ध सागर
बागपत। दिगम्बर जैनाचार्य श्री विशुद्धसागर जी गुरुदेव ने अजितनाथ सभागार में आयोजित धर्मसभा कहा कि संसार में सभी जीव सुख चाहते हैं और दुःखों से दूर रहना चाहते हैं। कष्ट कोई नहीं चाहता, सभी इष्ट संयोग चाहते हैं।
जो प्रातः उठकर प्रभु-भक्ति, गुरूसेवा करता है, साहित्य- अध्यन करता है, शुद्ध-प्रासुक भोजन करता है, परिणाम शांत रखता है, वह अंत समय तक स्वस्थ रहकर आनन्दपूर्ण जीवन जीता है। उत्साह उमंग के साथ जीवन जियो।
वृद्ध अवस्था खण्डहर के समान उपेक्षा पूर्ण होती है। जीर्ण-शीर्ण देह, रुग्न अवस्था में दुनिया के लोग उपेक्षा करते हैं। उपेक्षा से बचना है, तो वृद्धावस्था में मौन रहना सीखो। अपेक्षायें कम करो। वृद्धावस्था सुखद बनाना है, तो धर्म से जुड़ो। धर्म ही मंगल है, धर्म ही उत्तम है, धर्म ही शरण है। धर्म ही पर-भव में सुख-शांति प्रदान करने वाला है।
विपत्ति के क्षणों में धैर्य धारण करो। धैर्यवान् विपत्ति में भी सम्पत्ति प्राप्त करता है। धैर्य से ही कार्य सिद्धि होती है। अधीर व्यक्ति के बने कार्य भी बिगड़ जाते हैं। कार्य समय पर ही होगा, फिर हम अधीर होकर अपना काम क्यों बिगाड़ें? संकटों में भी धर्म नहीं छोड़ना। दुनिया साथ छोड़ दे, पर तुम प्रभु का द्वार मत छोड़ना। सभा का संचालन वरदान जैन व मंगलाचरण अमित जैन ने किया। चित्र अनावरण जिनेंद्र जैन ने किया।
वन्यजीव संरक्षण के प्रति किया जागरूक
कानपुर। वूमेन एम्पावरमेंट वेलफेयर सोसाइटी संस्था ने भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के सदस्यों के साथ बिठूर स्थित स्थित एक इंटर कॉलेज और प्राथमिक विद्यालय कन्या नारायनपुरवा में वन्यजीव संरक्षण सप्ताह के चलते जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में देहरादून से मिस सिमरन अग्रवाल (राज्य को-आर्डिनेटर उत्तर प्रदेश, बाल गंगा प्रहरी), मिस सिमरन डोगरा (राज्य को-आर्डिनेटर, उत्तराखंड,बाल गंगा प्रहरी) ने खेल और प्रश्नोत्तर के जरिए बच्चों को पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव संरक्षण के बारे में जानकारी दी। बच्चों ने खेल के जरिए वन्यजीव संरक्षण क्यों जरूरी है और योगासन सीखा। बच्चों ने वन्यजीव संरक्षण से संबंधित पोस्टर बनाए। वूमेन एम्पावरमेंट की संस्थापक डॉ प्रतिभा मिश्रा और उनकी टीम ने आयुशी, अनुष्का, अदिति, स्नेहा, काव्या आदि को मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या सपना सिंह मौजूद रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई। मंच का संचालन डॉ अपेक्षा ने किया।
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