आगरा। भारतीय रेलवे में लोको पायलटों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल के दिशा-निर्देशन में लोको पायलटों की कार्य स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मंडल स्तर पर आगरा कैंट, मथुरा जंक्शन और ईदगाह जंक्शन पर लोको पायलटों के लॉबी और रनिंग रूम को वातानुकूलित कर उन्हें आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है।
लोको पायलटों को रिफ्रेशमेंट रूम, स्टेशन क्षेत्र में वाकिंग ट्रैक, रनिंग रूम में कैंटीन, योग, पौष्टिक भोजन और गुणवत्तापूर्ण आराम जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। ये सभी सुविधाएं न केवल उनकी कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक हैं, बल्कि उनके जीवन स्तर को भी बेहतर बना रही हैं।
कोहरे जैसे चुनौतीपूर्ण मौसम में सुरक्षा के लिए फॉग-सेफ्टी उपकरण, ‘कवच’ प्रणाली, ड्राइवर अलर्ट सिस्टम और इंप्रूव्ड ब्रेकिंग सिस्टम जैसी आधुनिक तकनीकों को शामिल किया गया है। इससे न केवल रेलवे की सुरक्षा में वृद्धि हुई है, बल्कि लोको पायलटों को भी तकनीकी सहयोग मिला है।
मालगाड़ियों, पैसेंजर और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करने वाले लोको पायलटों के लिए टॉयलेट ब्रेक और स्नैक्स की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। मालगाड़ियां जिन स्टेशनों और यार्डों पर रुकती हैं, वहां पर्याप्त समय होता है जिससे कर्मचारी शौचालय और अल्पाहार की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
पैसेंजर ट्रेनों पर कार्यरत कर्मचारी ट्रेन के स्टॉपेज के दौरान ट्रेन के शौचालय का उपयोग करते हैं और इसी समय का उपयोग नाश्ते के लिए भी करते हैं। स्टेशन पर तैनात कर्मचारी लोको पायलटों को हर संभव सहयोग प्रदान करते हैं। साथ ही, उन्हें वॉकी-टॉकी की सुविधा भी दी गई है, जिससे वे स्टेशन स्टाफ से लगातार संपर्क में रह सकते हैं।