Thursday, May 1, 2025
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मई दिवस पर वामपंथी दलों की हुंकार, श्रम संहिताओं की वापसी तक संघर्ष तेज करने की चेतावनी

चकिया, चंदौली। अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर चकिया नगर में भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) समेत विभिन्न वामपंथी संगठनों ने जोरदार जुलूस निकालते हुए गांधी पार्क में जनसभा का आयोजन किया। “लाल सलाम”, “मजदूर दिवस जिंदाबाद”, “साम्राज्यवाद मुर्दाबाद”, “समाजवाद जिंदाबाद” जैसे नारों के साथ मजदूरों की आवाज़ बुलंद की गई। सभा में वामपंथी नेताओं ने शिकागो के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि एक मई मजदूर वर्ग के उस ऐतिहासिक संघर्ष की याद दिलाता है, जिसने दुनिया भर में 8 घंटे के कार्यदिवस को स्थापित किया। नेताओं ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार श्रम कानूनों में संशोधन कर मजदूरों के अधिकारों को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में लाई गई चार श्रम संहिताएं मजदूर विरोधी हैं और इन्हें अविलंब वापस लिया जाना चाहिए। सभा को संबोधित करते हुए माकपा जिला सचिव कामरेड शंभू नाथ यादव, भाकपा (माले) राज्य कमेटी सदस्य विजय राम, भाकपा नेता शिवमूरत राम, लालमणि विश्वकर्मा, तथा अन्य वक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार ने मजदूरों की अनदेखी जारी रखी, तो देशव्यापी जनांदोलन किया जाएगा। वक्ताओं ने आगामी 20 मई को प्रस्तावित मजदूर संगठनों की आम हड़ताल को भी सफल बनाने की अपील की, जिसमें ग्रामीण मजदूरों की भी भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही गई। सभा में पहलगाम में आतंकवादी हमले के शिकार हुए नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई और इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिशों की कड़ी निंदा की गई। नेताओं ने कहा कि यह प्रयास देश को बांटने की साजिश है, जिसे किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान जन संघर्ष समिति चकिया द्वारा जल कर एवं गृह कर के खिलाफ चलाए जा रहे अनिश्चितकालीन धरने का समर्थन करते हुए वामपंथी दलों ने आंदोलन में पूरी ताकत से उतरने की घोषणा की। यह धरना अब 43वें दिन में प्रवेश कर चुका है। सभा की अध्यक्षता भाकपा के जिला सचिव कामरेड सुखदेव मिश्र, माकपा के परमानंद मौर्य तथा भाकपा (माले) के रामवचन पासवान की संयुक्त अध्यक्ष मंडली ने की, जबकि संचालन भाकपा (माले) के जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने किया।