सासनी, हाथरसः जन सामना संवाददाता। गांव लढौटा में भव्य कलश शोभायात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ जिला पंचायत सदस्य रामेश्वर उपाध्याय द्वारा फीता काटकर एवं श्रीमद्भागवत पुस्तक का पूजन कर किया।गुरूवार को कलश शोभायात्रा गांव के पं. सुरेश चंद्र उपाध्याय के घेर से होकर निकाली गई जो पूरे गांव में भ्रमण के बाद श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर ही आकर समापन किया गया। भव्य कलश शोभायात्रा के बाद भागवताचार्य पं. श्री सीताराम शास्त्री ने गोकर्ण और धुंधकारी की कथा का रोचक वर्णन किया। जिसमें उन्होंने बताया कि धुंधकारी एक आतंकी स्वभाव का और गोकर्ण एक भक्त स्वभाव का था। मगर जब धुुंधकारी को मौत के बाद मोक्ष नहीं मिला तो देवताओं के कहने पर गोकर्ण ने श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया। पापी होने के कारण धुंधकारी को स्थान नहीं मिला तो एक बांस में बैठकर धुंधकारी ने कथा श्रवण की और उसे मोक्ष मिला। कथा का भावार्थ बताते हैं आचार्य श्री ने सुनाया कि जरूरी नहीं है कि भगवान पुण्य कार्य करने वाले को ही मोक्ष दें वह पापी को भी मोक्ष प्रदान करते हैं क्यों कि श्रीमद्भागवत कथा श्रवण ही मोक्षमार्ग का एक मात्र सुलभ साधन है। इसलिए अपने सभी कार्यों को श्री हरि से निमित्त होकर करना चाहिए। इस दौरान रामप्रकाश नगाईच रामनिवास शर्मा, रामनिवास उपाध्याय, भीकमपाल सिंह, धर्मपाल सिंह, जयंती प्रसाद, जुगेन्द्र सिंह, महेश उपाध्याय, पूरन उपाध्याय, सुखदेव शर्मा, गजेन्द्र सिंह, रामखिलाडी, रामेश्वर दयाल, सागर पाराशर, वीरेश बाबू, भूरा लाल, महेश उपाध्याय, परसादी लाल आदि मौजूद थे।